अम्बिकापुर। 2 अक्टूबर को अजय कुमार सिंह पिता रामबिहारी सिंह निवासी बौरीपारा, अम्बिकापुर के द्वारा थाना कोतवाली में लिखित रूप से इस आशय का रिपोर्ट दर्ज कराया गया, कि दिनांक 13.09.2020 को जावा मोटर सायकल डीलरशीप के संबंध में फोन आया, डीलरशीप इच्छुक होने पर ऑनलाईन आवेदन करने की बात कही गई। इसके बाद प्रार्थी द्वारा ऑनलाईन आवेदन फर्जी वेबसाईट info@jawadealarships.com में किया गया।
इस संबंध में दिनांक 22.09.2020 को मोबाईल के माध्यम से सूचना मिला कि जावा डीलरशीप का आवेदन कम्पनी को पसंद आया है। एवं कुछ औपचारिकता को पूरा करने के बाद अम्बिकापुर शहर में जावा डीलरशीप नियुक्ति का लायसेंस प्रदान कर दिया जावेगा। दिनांक 24.09.2020 को फर्जी वेबसाईट info@jawadealarships.com जावा डीलरशीप की सूचना दी गई एवं विभिन्न चरणों में एनओसी, लायसेंस, सिक्योरिटी डिपोजिट एवं बैंक गारण्टी के नाम पर समय-समय पर बैंक खाते के माध्यम से राशि जमा करने के लिए कहा गया, इस प्रकार प्रार्थी द्वारा विभिन्न चरणों में सिंडीकेट बैंक एकाउण्ट में कुल राशि 23 लाख करीब एवं केनरा बैंक एकाउण्ट में 10 लाख रूपये जमा किया गया। एवं संजीव मिश्रा तथा सुधीर पाण्डेय नाम के व्यक्ति द्वारा फोन से बातचीत होते रही है।
लेकिन इसी दौरान प्रार्थी को यह जानकारी मिली जावा डीलरशीप किसी अन्य व्यक्ति को पहले ही दिया जा चुका है। एवं उपरोक्त वर्णित व्यक्तियों द्वारा फर्जी वेबसाईट तैयार जावा डीलरशीप दिलवाने के नाम पर फर्जी तरिके से लोगों से पैसा हड़प रहे हैं।
इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक सरगुजा टी.आर. कोशिमा द्वारा तत्काल निर्देशित किया गया, और अति.पुलिस अधीक्षक सरगुजा ओम चंदेल के मार्गदर्शन में सायबर सेल व थाना कोतवाली का संयुक्त टीम गठित कर नवादा (बिहार) रवाना किया गया, जो उनके सभी संभावित स्थलों में दबिश दी गई, परंतु पुख्ता जानकारी नहीं होने के अभाव में टीम को सफलता नहीं मिल सका। इसी प्रकार पटना बिहार के विभिन्न बैंकों से जानकारी ली गई। इसके अलावा सभी अन्य तकनीकी जानकारी भी संग्रह किया गया, जो प्रकरण के आरोपियों तक पहुंचा सके।
इसी प्रकार वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सायबर सेल टीम द्वारा विभिन्न पहलूओं से तकनीकी तथा बैंक डिटेल्स/ एटीएम डिटेल्स प्राप्त कर एनालिसिस किया गया, अंत में तकनीकी जानकारी के आधार पर पुनः सायबर सेल एवं कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा पटना (बिहार) के सभी संभावित स्थलों में दबिश देकर निम्नलिखित आरोपियों को पकड़ा गया जो निम्नानुसार है :-
01.निशांत कुमार पिता संजय कुमार सिंह उर्फ सौरभ, ग्राम नकटपुरा, पोस्ट मुरठश नालंदा, बिहार शरीफ
02. अविनाश कुमार पिता अजय प्रसाद, लल्लू ग्राम पॉक, पोस्ट केवटी, जिला शेखपुरा, जयरामपुर
03.धर्मेन्द्र कुमार पिता सिहेश्वर प्रसाद (डोमा) ग्राम कुतुबपुरा पोस्ट भण्डारी, जिला नालंदा
04.नीरज कुमार पिता रामकृष्ण प्रसाद ग्राम उफबड़ा पास्ट चोखर, जिला नवादा, थाना पकड़ीबरावां
05.आकाश कुमार पिता राजकुमार प्रसाद, ग्राम सिमली बेलकुआं पोस्ट माधव मिल्स, जिला पटना थाना मालसलामी।
06. 7 दो अन्य अपचारी बालक
आरोपियों के कब्जे से निम्नलिखित जप्त सामग्रियों का विवरण :-
01 एक एचपी कम्पनी का लैपटॉप जिसके माध्यम से आरोपी धर्मेन्द्र कुमार द्वारा युट्यूब के माध्यम से सीखकर आधार कार्ड एडिटिंग का कार्य किया जाता था।
02.कुल 09 नग मोबाईल हैण्डसेट
03.विभिन्न बैंकों के पासबुक, चेकबुक एवं एटीएम कार्ड
04.विभिन्न टेलीकॉम प्रोवाईडरों के सिम कार्ड
उपरोक्त आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम देने के लिए आधार कार्ड को फर्जी तरीके से एडिटिंग कर उसमें अंकित पते को बदल दिया जाता है, एवं उसी आधार कार्ड के माध्यम से फर्जी सिम खरीदकर लोगों को कॉल कर फर्जीवाड़ा किया जाता। तथा इसी आधार कार्ड के माध्यम से विभिन्न बैकों में बैंक खाता खुलवाकर उस खाते के पासबुक, चेकबुक, एटीएम खाते से लिंक मोबाईल नम्बर को तीन से चार हजार में बेच दिया जाता है। इसी प्रकार विभिन्न व्यक्तियों से फर्जीवाड़ा किया जाता है। उक्त गिरोह द्वारा कॉल कर रामानुजगंज थाना अन्तर्गत भी जावा डीलरशीप फर्जी बेबसाईट के माध्यम से फर्जीवाड़ा किया गया है, जिसमें प्रार्थी से करीब 150000/- रूपये की ठगी हुई है।
कार्यवाही में शामिल अधिकारी/कर्मचारी :-
थाना कोतवाली से – निरीक्षक भारद्वाज सिंह, उपनिरीक्षक नरेश गुप्ता, सउनि प्रमोद पाण्डेय, आरक्षक संजीव चौबे, सतेन्द्र दुबे, विकास सिंह, मनीष सिंह
सायबर सेल से – आरक्षक भोजराज पासवान, विरेन्द्र पैंकरा, सुयश पैंकरा, म.आर. स्मिता रागिनी मिज।