अम्बिकापुर. बच्चियों के साथ बलात्कार संगीन मामला होता है.. लेकिन अपनी राजनैतिक वजनदारी के चलते नेता कुछ भी बोल जाते हैं.. ऐसी ही बयानबाजी का मामले को प्रदेश के केबीनेट मंत्री और सरगुजा के प्रभारी मंत्री शिव डहरिया ने तूल दे दिया है… मंत्री ने उत्तरप्रदेश के हाथरस की घटना के जिक्र मे छत्तीसगढ के बलरामपुर जिले मे नाबालिग के साथ हुए रेप की घटना को छोटा बताकर विवाद खडा कर दिया है.. इधर इस मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने मौजूदा सरकार को रेप के आकडों से मात देने का प्रयास किया है…
छत्तीसगढ के केबीनेट मंत्री और सरगुजा जिले के प्रभारी मंत्री शिव डहरिया के विवादस्पद बयान को लेकर प्रदेश की सिसायत मे भी भूचाल आ गया है.. सरगुजा संभाग मे विवादस्पद बयान को लेकर व्यापक विरोध भी शुरु हो गया है.. दरअसल शिव डहरिया मीडिया के सामने यूपी के हाथरस मे नाबालिग की घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री, पीएम और यूपी के मुख्यमंत्री पर बरस रहे थे.. पर हाथरस गैंग रेप की घटना पर बरसते बरसते उनकी जुबान से निकले शब्द इस कदर बह गए कि उन्होने प्रदेश के बलरामपुर जिले के लोधी गांव गांव मे नाबालिग से गैंग रेप की घटना छोटी घटना बता कर विवाद को जन्म दे दिया..
उनको ये जवाब देना चाहिए. हाथरस में जो घटना हुई है वो अच्छा हुआ है.. उसके लिए वो ट्वीट नहीं कर रहे हैं. और एक बलरामपुर में छोटी घटना हो गई. वो सरकार की आलोचना के अलावा कोई काम नहीं कर रहे हैं. इतनी बड़ी घटना उत्तरप्रदेश में हुई है. पूरा देश आंदोलित है. भारतीय जनता पार्टी डॉ रमन सिंह और पार्टी के नेताओं की जबान तक नहीं खुल रही है. कुछ तो इनको इस विषय भी बोलना चाहिए.
डॉ शिव डहरिया, नगरीय एवं प्रशासन मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन
हाथरस की घटना मे अपने बडे नेता राहुल गांधी औऱ प्रियंका गांधी की सक्रियता को देखकर श्री डहरिया इतने मानषिक सक्रिय हो गए हैं.. कि उन्होने दोनो एक ही तरह की घटना मे सरगुजा के वाड्रफनगर की घटना को छोटी घटना बता दिया.. इधर इस बयान के बाद पूरे प्रदेश मे विरोध का दौर शुरु हो गया है.. और हाथरस की घटना मे बैकफुट मे आई भाजपा नेताओ को भी बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है.. लिहाजा भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने छत्तीसगढ सरकार को आकडो की मार मारने का प्रय़ास किया है.. उनके मुताबिक प्रदेश मे पिछले एक साल मे ढाई हजार रेप की घटना हुई है.. और यही वजह है कि करीब 2 करोड जनसंख्या वाला छत्तीसगढ रेप के मामलों मे सातवे स्थान पर है.. और तो और उन्होने आरोप लगाया कि कि इन आकडो मे 70 फीसदी नाबालिग बच्चियां हैं…
आदिवासी बाहुल्य सरगुजा जिला मे महिला और बच्चियों के साथ रेप और प्रताडना की घटना बहुत ज्यादा होती हैं.. और हर सरकार महिला सुरक्षा को लेकर दावा भी करती रही है.. पर जिस तरह सरगुजा संभाग के वाड्रफनगर मे एक नाबालिग को नशे का सामान पिलाकर उसके साथ दो सामूहिक दुष्कर्म हुआ है… तो ऐसे मे हाथरस की घटना बडी और वाड्रफनगर के लोधी गांव की घटना छोटी कैसे हो सकती है… ये तो मंत्री महोदय बेहतर समझेंगे..