नारायणपुर। कलेक्टर अभिजीत सिंह ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों सहित पटवारियों की क्लास ली। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पूरे प्रदेश सहित जिले में गिरदावरी का कार्य चल रहा है, जो कि बहुत ही महत्वपूर्ण है। गिरदावरी के इस कार्य को सभी पटवारी पूरी जिम्मेदारी और गंभीरता के साथ करें, इस कार्य में किसी भी प्रकार की त्रृटि, लापरवाही या असावधानी की कहीं कोई गुंजाईश नहीं है। कलेक्टर ने सभी पटवारियों से कड़े शब्दों में कहा कि अगर किसी पटवारी के द्वारा किये गये गिरदावरी के काम में एक त्रुटि मिलती है, तो उनकी वेतन वृद्धि रोकी जायेगी। वहीं अगर पांच त्रुटियां होती हैं, तो उनके निलंबन की कार्यवाही की जायेगी। बैठक में एसडीएम दिनेश कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर द्वय गौरीशंकर नाग, वैभव क्षेत्रज्ञ, निधि साहू के अलावा उपसंचालक कृषि श्री बघेल, अधीक्षक भू-अभिलेख आकाश भारद्वाज के अलावा राजस्व निरीक्षण एवं पटवारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर अभिजीत सिंह ने कहा कि बीते दिनों नारायणपुर विकासखंड के विभिन्न गांवों का निरीक्षण किया गया। जिसमें पाया गया कि कुछ पटवारियों द्वारा गिरदावरी का वास्तविक आंकलन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने पटवारियों से कहा कि वे मौके पर जाकर किसानों द्वारा लगायी गयी वास्तविक रकबे का ही सर्वे करें। इस कार्य में गांव के लोगों को भी शामिल करें, और ऐसी फोटोग्राफ लेवें, जिससे उस जगह की पहचान की जा सके। गिरदावरी कार्य में तालाब, मेड़, नाला, डबरी, बाड़ी, कुआ आदि हो तो उन्हें शामिल नहीं करें। उन्होंने पटवारियों से कहा कि वे मौके पर जाकर गिरदावरी का कार्य करें। वास्तविक लगायी गयी फसल का ही आंकलन करें और दर्ज करें। उल्लेखनीय है कि जिले में गिरदावरी के अंतर्गत 82 प्रतिशत ऑफलाईन गिरदावरी का कार्य किया जा चुका है। वहीं 63 प्रतिशत से ऑनलाईन एंट्री की जा चुकी है।
बैठक में कलेक्टर अभिजीत सिंह ने कहा कि जिले के अनेक स्थानों पर शासकीय भूमि पर बेजाकब्जा किया गया है। ऐसे बेजा कब्जे वाले स्थानों की सूची बनाकर पटवारी तत्काल संबंधित तहसीलदार के पास रिपोर्ट दर्ज करायें और अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने पटवारियों से उनके द्वारा किय जा रहे कार्यों की बारी-बारी से जानकारी ली।