दिल्ली के चुनाव परिणामों पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया

रायपुर 10 फरवरी 2015

दिल्ली के चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेष कांग्रेस के महामंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष षैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा के द्वारा की जा रही किरण बेदी जीतनराम मांझी जैसो को मोहरा बनाकर दलबदल खेमाबदल और सांप्रदायिकता की गंदी राजनीति को दिल्ली के मतदाताओं ने नकार दिया है। लोकसभा चुनावों से भाजपा के जिस विजय रथ को पहली बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने नगरीय निकाय चुनावों में रोका था, वही भाजपा का विजय रथ दिल्ली जाकर जमुना नदी के जल से बने दलदल में धंस गया। दिल्ली के नतीजे भाजपा और मोदी के लिये आईना है। लोकसभा चुनाव के नतीजों के मोदी अपने आपको अजेय योद्धा के रूप में प्रस्तुत कर रहे थे लेकिन दिल्ली की जनता ने इस पर विराम लगा दिया है।  भाजपा के लिये यह कहावत उपयुक्त है कि काठ की हाड़ी बार-बार नहीं चलती। लोकसभा चुनावों में चंद बड़े उद्योगपतियों की 15000 करोड़ से भी अधिक राषि से जो काठ की हांडी भाजपा ने चढ़ाई थी वह अब जल चुकी है। मतदाताओं और आम जनता की आंखो में जो धूल झोकी गई उसकी असलियत जनता के सामने आ रही है। सरकार बनने के बाद तीन माह में कालेधन की वापसी और हर भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रू. जमा कराने के वादे का क्या हुआ? दिल्ली के परिणाम कांग्रेस के लिये बेहद निराषाजनक है। जनादेष सर्वोपरि है, कांग्रेस जनादेष का सम्मान करती है। दिल्ली की जनता के भावनाओं के अनुरूप दिल्ली के पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने के लिये समर्थन दिया था। कांग्रेस पूरे देष में पुर्नगठन नवनिर्माण के दौर से गुजर रही है। कांग्रेस में मंथन का दौर षुरू हो गया है और मंथन विचार और नवनिर्माण के दौर के बाद कांग्रेस फिर से सषक्त पार्टी बनकर उभरेगी। जिस तरह से 1977 की हार के बाद कांग्रेस की वापसी हुयी थी। कांग्रेस की फिर से वैसी ही वापसी होगी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इस संकट के दौर में कांग्रेस को दिये जा रहे नेतृत्व और इच्छाषक्ति से कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को षक्ति मिल रही है और कांग्रेस एक बार फिर से देष में बड़ी मजबूत ताकत बनकर उभरेगी।