बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..सरगुजा रेंज में बतौर आईजीपी पदस्थ होते ही..आईजी रतन लाल डांगी ने रेंज के दौरा किया था..और उन्होंने कम्युनिटी पुलिसिंग के जरिये अपराध की रोकथाम व पुलिस महकमे के मनोबल को बढ़ाये रखने की ओर पहल करते हुए..एक के बाद एक कई आदेश जारी किए थे..उन्ही में से आदेशो में से एक आदेश यह भी था कि..की रेंज के जिलों में निरीक्षकों की अनुपलब्धता होने पर ही उप निरीक्षक स्तर के अधिकारियों को थाना प्रभारी बनाया जाए..वही जिले के एसपी रामकृष्ण साहू ने आईजीपी के आदेश को नजरअंदाज करते हुए..शंकरगढ़ थाने की कमान उपनिरीक्षक प्रद्युमन तिवारी को सौंपी है..जिसको लेकर विभागीय अमले में ही नही बल्कि सियासी गलियारों में भी चर्चाएं हो रही है..
बता दे कि वर्तमान समय मे 2 निरीक्षक स्तर के अधिकारी जय सिंह धुर्वे व उमेश बघेल पुलिस लाइन में पदस्थ है..बावजूद इसके पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने कल एक आदेश जारी किया है..जिसमे शंकरगढ़ थाना प्रभारी पद पर एक उप निरीक्षक स्तर के अधिकारी को पदस्थ किया गया है..जबकि इससे पहले शंकरगढ़ में निरीक्षक स्तर के अधिकारी पदस्थ थे..
दरअसल जिस उप निरीक्षक प्रद्युमन तिवारी को पुलिस अधीक्षक ने थाने की कमान सौंपी है..वे विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान सूरजपुर जिले से स्थानांतरित होकर बलरामपुर जिले में आये थे..प्रद्युमन तिवारी पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के करीबी रहे है..तथा जिस प्रतापपुर विधानसभा सीट से पूर्व गृहमंत्री ने चुनाव लड़ा उसी सीट के अंतर्गत आने वाले चलगली थाने की कमान सौंपी गई थी..और पिछले महीने उनके विरुद्ध मिले शिकायतों के आधार पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा ने प्रद्युमन तिवारी को वाड्रफनगर चौकी प्रभारी के पद पर पदस्थ किया था..और हप्ते भर बाद फिर उस आदेश को संशोधित करते हुए..तत्कालीन पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा ने उप निरीक्षक प्रद्युमन तिवारी को बसंतपुर थाने में पदस्थ किया था..इसी दौरान पुलिस मुख्यालय ने पुलिस अधीक्षकों का स्थानांतरण कर दिया ..और प्रद्युमन तिवारी अज्ञातवाश पर रहे..
वही शंकरगढ़ थाने में पदस्थ रहे थाना प्रभारी निरीक्षक प्रकाश राठौर का स्थान्तरण बीजापुर हुआ..और शंकरगढ़ थाना प्रभारी का पद रिक्त हो गया..इस बीच एक जादुई करिश्मा यह हुआ..की अज्ञातवास पर चल रहे उपनिरीक्षक प्रद्युमन तिवारी का बसंतपुर थाने में आमद हुआ..और रवानगी भी हो गई..उन्हें शंकरगढ़ की कमान मिली..जो समझ से परे है..
बहरहाल इस समूचे मामले में दिलचस्प तो यह है..की खुद पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने लिखा है..निरीक्षक स्तर के अधिकारियों की कमी की वजह से उपनिरीक्षक प्रद्युमन तिवारी को शंकरगढ़ थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ किया जाता है..जबकि पुलिस लाइन में 2 निरीक्षक स्तर के अधिकारी है..सोचने वाली बात तो यह है..की अपने आदेश में एसपी ने ऐसा क्यों लिखा..क्या उन्हें जानकारी नही दी गई?..या फिर राजनैतिक बिसात पर स्थान्तरण किया गया!..