बस्तर संभाग के समस्त जिलों की ली गई अपराध समीक्षा बैठक.. माओवादियों के शहरी नेटवर्क पर होगी सख्त कार्यवाही.. लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय..

जगदलपुर. पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा संभाग के समस्त जिलों के अपराध, कानून-व्यवस्था, COVID-19 संक्रमण की रोकथाम संबंधी कार्यवाही, पुलिस अधिकारी/जवानों की कल्याणकारी गतिविधियो की समीक्षा 20 जून को ली गई.

बस्तर संभाग अन्तर्गत वर्ष 2020 के प्रथम वार्षिक में हत्या, हत्या का प्रयास, महिलाओं के विरुद्ध अपराध, सम्पत्ति संबंधी अपराध, सड़क दुर्घटनाओं एवं अन्य गंभीर प्रकरणों की जिलावार समीक्षा की जाकर उक्त प्रकरणों में विवेचना कार्यवाही जल्द से जल्द पूर्ण कर न्यायोचित अग्रिम कार्यवाही किये जाने हेतु पुलिस महानिरीक्षक द्वारा बस्तर रेंज के समस्त पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित करते हुये गंभीर अपराधों के पैटर्न का विश्लेषण कर इन प्रकरणों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए विशेष कार्य योजना बनाने हेतु निर्देश दिए गए. साथ ही अपराधों की रोकथाम के दृष्टि से प्रतिबंधात्मक कार्यवाही को सख्ती से पालन कराये जाने एवं नशीले पदार्थ, जुआ-सट्टा एवं अन्य गैर कानूनी तथा असामाजिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखे जाने के संबंध में पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया.

रेंज के पुलिस आरक्षकों को पुलिस विभाग के समस्त अधिकारी/कर्मथारियों के व्यक्तिगत समस्याओं का निराकरण करने एवं उनके कल्याणकारी गतिविधियों को प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करने हेतु पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार “स्पंदन” कार्यक्रम को समस्त पुलिस थाना/चौकी/कैम्प में करने हेतु कहा गया. साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी/कर्मचारियों को पुस्स्कृत करने के साथ-साथ अनुशासनहीनता बरतने वाले अधिकारी/कर्मचारियों के विरुद्ध सख्ती से कार्यवाही करने हेतु भी पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा निर्देश दिए गए.

नक्सलियों के विरुद्ध अभियान के तहत अंदरूनी एवं सीमावर्ती क्षेत्र में मानसून के समय में कार्यवाही के लिए कार्य योजना बनाने के साथ-साथ माओवादियों को शहरी नेटवर्क एवं सप्लाई चेन के विरूद्ध कार्यवाही के संबंध में निर्देशित किया गया. विगत दिनों जिला कांकेर, सुकमा एवं दन्तेवाड़ा में कार्यवाही की गई है, रेंज के अन्य जिलों में भी संदिग्ध माओवादियों के शहरी नेटवर्क में सम्मिलित पाये जाने वाले व्यक्ति के विरुद्ध कड़ाई से कार्यवाही की जायेगी. पुलिस महानिरीक्षक द्वारा बस्तर रेंज में तैनात सैनिक बलों में बेहतरीन तालमेल स्थापित करने हेतु नक्सल प्रभावित इलाकों में शासन की विश्वास-विकास-सुरक्षा त्रिवेणी कार्योजना को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के संबंध में बैठक में विचार विमर्श किया गया.

साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र में प्रत्येक पुलिस थाना/चौकी/कैम्प को इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट सेंटर के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जायेगा ताकि क्षेत्रवासियों को सुरक्षा के साथ-साथ विकास कार्यों का भी लाभ प्राप्त हो सके.

संभाग के प्रत्येक पुलिस थाना/चौकी/कैंप के आसपास के क्षेत्र में सब्जी की खेती-बाड़ी, मुर्गी पालन, अण्डा उत्पादन इत्यादि कार्य हेतु स्थानीय युवाओं को प्रोत्साहित किया ताकि सुरक्षा बलों को आवश्यक सब्जी एवं खाद्य सामग्री स्थानीय स्तर पर खरीदी की जाकर अनेक स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदाय किये जाने के संबंध मास्टर प्लान तैयार किया जायेगा. संभाग में कोरोना संक्रमण के रोकथाम हेतु स्थानीय प्रशासन/स्वास्थ्य अमला/जनप्रतिनिधि/मीडिया/अन्य विभाग/समाजसेवी संगठन एवं आम जनता के बेहतरीन तालमेल एवं सहयोग प्राप्त कर सुरक्षा बल द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने के फलस्वरूप बस्तर संभाग में स्थित अन्य क्षेत्र की तुलना में नियंत्रण में है. इस कार्य हेतु पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज संभाग के समस्त पुलिस अधिकारी/जवानों/अर्धसैनिक बलों एवं नगर सैनिकों का आभार मानते हुये उनके योगदान की सराहना की गई एवं आगामी दिनों में भी इसी प्रकार सतर्कता पूर्ण कार्यवाही करने हेतु समझाईश दी गई.

पुलिस को-आर्डिनेशन सेन्टर जगदलपुर में आयोजित इस बैठक में डॉ. संजीव शुक्ला, उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर रेंज, दीपक झा पुलिस अधीक्षक बस्तर, डॉ. अभिषेक पल्लव पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा., मोहित गर्ग पुलिस अधीक्षक, नारायणपुर, शलभ सिन्हा पुलिस अधीक्षक सुकमा, कमलोचन कश्यप पुलिस अधीक्षक बीजापुर, बालाजी राव पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव एवं एम.आर. अहिरे, पुलिस अधीक्षक कांकेर उपस्थित रहे.