बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार).. जिले में रेत के ठेकेदार द्वारा अवैध तरीके से रेत का भंडारण करने का मामला सामने आया है..रेत भंडारण की बगैर शासकीय अनुमति के करीब 500 ट्रक रेत का भंडारण किया जा चुका है..मामले में ग्रामीण और स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला प्रशासन के मौन स्वीकृति पर ..अब सवाल उठा रहे है.. वही विभागीय अधिकारी मामले में जानकर भी अनजान बनने जैसी प्रतिक्रिया दे रहे है..
दरअसल यह पूरा मामला बलरामपुर जिले में बसन्तपुर थाना क्षेत्र के मेंढारी गाँव का है.. जहाँ पर इरिया नदी से रेत के ठेकेदार द्वारा बिना शासन से अनुमति लिए ही..अवैध तरीके से करीब 500 गाड़ी रेत का भंडारण कर दिया गया है..ग्रामीणों का कहना है की.. जब भी हमारे द्वारा अवैध रेत भंडारण को रोकने की कोशिश की जाती है.. तब बसन्तपुर थाना प्रभारी समेत वाड्रफनगर के तमाम आला अधिकारी आकर हम लोगो को डराते धमकाते है.
मेंढारी गांव में अवैध रेत भंडारण में काम करने वाले मजदूरों के मुताबिक करीब 500 गाड़ी रेत का भंडारण किया गया है.. लेकिन इसकी प्रशासन से अनुमति है या नही इसकी जानकारी उन्हें नही है..
इस पूरे मामले में स्थानीय लोगो का आरोप है की.. स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से अवैध रेत का भंडारण किया जा रहा है..लेकिन जब ग्रामीण इसके विरुद्ध आवाज उठाते है ..तो प्रशासन उनकी आवाज को दबाने की भरसक कोशिशें करता है..
इस मामले में स्थानीय सत्ता पक्ष के नेताओ का आरोप है कि.. रेत ठेकेदार द्वारा शासन के बिना कोई आदेश के ही रेत का भंडारण किया जा रहा जो पूरी तरह से गलत है..लेकिन मामले में जिला प्रशासन पूरी तरह से मौन है..जिसको लेकर पार्टी आलाकमान को सूचित किया जाएगा ..और अगर जरूरत पडेगी तो हम अपने ही सरकार के खिलाफ सड़क पर भी आकर इसका विरोध करेंगे ..
वही जब अवैध रेत के भंडारण के बारे में खनिज विभाग के अधिकरी से बात की गई तो..वे इस मामले को जानकर भी अनजान बनते दिखे..
इसके अलावा ग्रामीण अब गांव के सरपंच व जनपद सदस्य पर भी ठेकेदार से मिलीभगत का आरोप लगा रहे है..आरोप तो यह भी है कि..जनपद सदस्य राजू सिंह उईके पहले ग्रामीणों को मोहरा बनाकर ठेकेदार पर दबाव बनाया करते थे..और अब ठेकेदार से मोटी रकम लेकर अज्ञातवास पर चले गए है..