अम्बिकापुर. जब जिंदगी बचाने की जंग चल रही हो.. जब लोग एक दूसरे से बच-बच कर जीवन जीने को मजूबर हो.. तब ऐसे में किसी की मदद के लिए 24 घंटे तन मन धन लगा देना .. वो भी निस्वार्थ और बिना किसी पुरुष्कार की चाहत मे.. ऐसा कर सकने वाले बहुत कम मिलते हैं.. दरअसल जब देश मे लोग पैदल, साईकिल और ट्रको मे सामान की तरह लोड होकर अपने घर पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हो.. तब साधारण लोग उनसे इसलिए बच रहे हैं कि कहीं वो कोई संक्रमण लेकर तो नही आया है. ऐसे मे पुलिस का एक जवान केवल इसलिए संघर्ष कर रहा है.. कि पैदल चलने वाले लोग भी उसी की तरह अपने घर वालों के पास अपने गांव पहुंच सकें.
दरअसल, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है.. और इस लॉकडाउन में सभी प्रकार के सार्वजनिक आवागमन के साधनो पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है. केंद्र सहित राज्य की सरकारें कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. लेकिन इस बीच मजदूर वर्ग कई परेशानियों से जूझ रहा है.. दरअसल, अपने प्रदेश, अपने गाँव, अपने घर से दूर कमाने खाने दूसरे प्रदेशों में गए मजदुर लॉकडाउन में वहीँ फंस गए है.. और आवागमन के साधन बंद होने से दूसरे प्रदेशों से हज़ारों किलोमीटर दूर पैदल ही अपने-अपने घर को लौट रहे हैं. इस बीच मजदूरों की मदद के लिए कई सामाजिक संस्था सामने आ रहे हैं. जिनके द्वारा उन्हें भोजन, ठहरने आदि की सुविधा दी जा रही है.. लेकिन इन सब के बीच छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर पुलिस का एक जवान कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी ड्यूटी निभाने के साथ साथ.. इन प्रवासी मजदूरों की भी सेवा कर रहा है…
अम्बिकापुर यातायात पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर पदस्थ जवान देवनारायण नेताम है. जो शहर के गाँधी चौक और अम्बेडकर चौक जैसे व्यस्ततम मार्ग में ड्यूटी करने के साथ-साथ इस रास्ते से गुजरने वाले प्रवासी मजदुर.. जो कई अलग अलग राज्यों से होते हुए अपने प्रदेश लौट रहे हैं. उन्हें रोककर उनके खाने की व्यवस्था व् उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था करते हैं.. बता दें, की कोरोना के बढ़ते संक्रमण बीच पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी के साथ निभा रहे हैं.. इसके साथ ही देवनारायण नेताम के इस पहल की लोगों द्वारा खूब सराहना की जा रही है. श्री नेताम का कहना है की छत्तीसगढ़ से जो भी मजदुर आ रहे हैं. जा रहे हैं. उनको जो भी साधन मिल रहा हैं. उसमे बिठाकर भेज रहे हैं. साथ में खाने का पैकेट, पानी, खीरा आदि उपलब्ध कराया जा रहा है.
देवनारायण नेताम के वरिष्ठ अधिकारी भी उनके इस सेवा कार्य सराहना कर रहे हैं. अम्बिकापुर यातायात प्रभारी दिलबाग़ सिंह का कहना की जो भी 10-20 मजदुर कहीं से शहर में आ जाते हैं. तो प्रधान आरक्षक देवनारायण उनके खाने-पीने का व्यवस्था करते हैं.. और जो भी वाहने उनके प्रदेश या घर की ओर जाती है. उसमे बैठाकर भेज देते हैं. हमारे पुलिस विभाग के सभी जवान पूरी निष्ठा के साथ ड्यूटी कर रहे हैं. हमारा कर्त्तव्य है उसे हम कर रहे हैं.
फ़िलहाल, देश में लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूरों पर जो विपत्ति आई है. इस समय में प्रशासन के साथ-साथ कई सामाजिक संगठन भी उनके मदद को सामने आये हैं.. और कोरोना महामारी के इस आपदा में सेवा भावना का परिचय दे रहे हैं.. इन सब के बीच सरगुजा पुलिस के देवनारायण की इस पहल को हर जगह से सराहना मिल रही है. जिससे वे और उनके साथी जवान दोगुने उत्साह के साथ काम करे रहे हैं.
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