झारखंड. झारखंड सरकार ने पान मसाला पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. खाद्य संरक्षा आयुक्त ने जनस्वास्थ्य के लिए 11 ब्रांड के पान मसाला को 12 महीने के लिए बैन कर दिया है. झारखंड सरकार ने पान मसालों के विभिन्न ब्रांडों की जांच में मैग्नीशियम कार्बोनेट पाए जाने के बाद यह फैसला लिया है. पिछले साल राज्य में इन पान मसालों के 41 सैंपल जांचे गए थे. जांच में अधिकांश पान मसालों में खतरनाक मैग्निशियम कार्बोनेट रसायन पाया गया है. मैग्नीशियम कार्बोनेट से हृदय की बीमारी सहित विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती हैं.
जांच में अधिकांश पान मसालों में खतरनाक मैग्निशियम कार्बोनेट रसायन पाया गया है. रिपोर्ट में पता चला कि पान मसाले का टेस्ट तीखा करने के लिए मसाले में मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलाए गए हैं. मैग्निशियम कार्बोनेट एक ऐसा हानिकारक पदार्थ है, जिसके सेवन से हृदय की बीमारी सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर भी हो सकते हैं. इसके अत्यधिक उपयोग से किडनी फेल भी हो सकता है. पान मसाला के लिए फूड सेफ्टी एक्ट 2006 में दिये गये मानक के अनुसार मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलाया जाना प्रतिबंधित है. अतः जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह प्रतिबंध फिलहाल एक वर्ष के लिए लगाया गया है.
राज्य सरकार के अनुसार यह प्रतिबंध पान पराग पान मसाला, शिखर, रजनीगंधा, दिलरूबा, राज निवास, मुसाफिर, मधु, विमल, बहार, सेहत, पान पराग प्रीमियम पर है.