डॉक्टर की लापरवाही से छात्र का हाथ काटना पड़ा, डॉक्टर पर अपराध दर्ज

कोरबा
कोरबा में एक डॉक्टर की लापरवाही की कीमत  एक स्कूली छात्र का हाथ गवां कर चुकानी पडी है । खेलते समय हाथ टुटने के वजह से  छात्र का परिवार डॉक्टर के पास इस उम्मीद से गया था कि टुटा हुआ हाथ जुड जायेगा लेकिन लापरवाही की वजह से छात्र के हाथ सढ़ने से हाथ को कटना पड गया । पीडित छात्र के परिजनो की रिपोर्ट पर कोतवाली थाना में  डॉक्टर के खिलाफ इलाज में कोताही बरतने का  अपराध दर्ज कर लिया गया हैं
 फोकटपारा  निवासी  कक्षा दसवी में पढ़ने वाले जैनेंद्रनाथ का 8 अप्रैल 2013 को खेलने के दौरान हाथ टुट गया था । परिजनो  ने जैनेंद्रनाथ को टी पी नगर स्थित हड्डी रोग चिकित्सक के डॉ.राजेंंद्र  साहू के अस्पताल में कराया.प्लास्टर लगाया गया । कुछ दिनो बाद जैनेंद्रनाथ के हाथ में सुजन और तकलीफ बडने पर डॉक्टर को बताया गया तो डॉक्टर ने पट्टी खोलने पर पता चला की उसके हाथ में मिडियकल की भाषा में गैस गैंगरिन हो गया हैं । जिसका उपचार कोरबा में नही होने का हवाला देते हुये बिलासपुर सिम्स रिफर कर दिया  । जहा  डॉक्टरो ने हाथ के सडने की जानकारी देते हुये तुरंत हाथ को काटने की सलाह दी नहीं तो पूरे शरीर में जहर फैलने से जीवन संकट में पड सकता बताया गया ।  डॉक्टरो की सलाह पर गरीब परिवार अपने मासूम का जीवन बचाने बायां हाथ कटवा दिये । परिजनो का आरोप हैं कि  डॉ.राजेंंद्र  साहू  ने लापरवाही से उनके बेटे का हाथ खराब हो गया । एक हाथ से लाचार जैनेंद्रनाथ को पढ़ने लिखने के साथ कई परेशानी का सामना करना पड रहा हैं । इधर कोतवाली पुलिस पीडित परिवार की रिपोर्ट पर  डॉ.राजेंंद्र  साहू  के खिलाफ इलाज में कोताही मानव जीवन को संकट मे डालने का अपराध दर्ज कर लिया गया । कोतवाली थाना के एस आई , जांच अधिकारी वी सी  राय ने बताया कि  जिला अस्पताल की मेडिकल बोर्ड टीम की रिपोर्ट में भी साफ तौर पर   डॉ.राजेंंद्र  साहू की लापरवाही को माना हैं
वही इस मामले में आरोपी डॉ.राजेंंद्र  साहू उन पर लगे आरोपो को गलत बता रहे हैं और साथ ही मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट पर भी सवाल खडे कर रहे हैं । डॉ.राजेंंद्र  साहू के खिलाफ लापरवाही का ये कोई पहला मामला नहीं हैं इससे पहले भी इलाज में लापरवाही का मामला उजागर हो चुका हैं लेकिन मामला पुलिस तक नहीं पहुचने के कारण कोई कारवाई नहीं हुई थी । धरती के भगवान कहे जाने वाले  डॉक्टर की एक लापरवाही  जैनेंद्रनाथ की जिंदगी को बदरंग कर दिया हैं उसकी पूर्ती गरीब परिवार तो क्या कोई पूरा नही कर सकता ।