सूरजपुर. कोरोना वायरस के प्रभाव व संक्रमण से आमजनों को सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर स्तर के शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी आगामी 31 मार्च तक घोषित करने के बाद. जहां जिला प्रशासन द्वारा स्वैच्छिक रूप से कर्मचारी संगठन के सदस्यों को जागरूकता अभियान चलाने के संबंध में अपील के बाद. जिलें में एक शिक्षक द्वारा लगातार समाचार पत्रों में खुद को सुर्खियों में रहने की आदत भारी पड़ गई है.
हुआ यह है कि उक्त शिक्षक नें प्राथमिक स्तर के बच्चों को अवकाश के वावजूद अपने साथ बुलाकर कोरोना वायरस से संबंधित जागरूकता अभियान चलाने की तस्वीरों के साथ प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उक्त अभियान को कलेक्टर के निर्देश पर करनें का उल्लेख किया गया. जो रविवार सुबह समाचार पत्रों सहित संचार के माध्यम से जिलें के कलेक्टर सहित जिला प्रशासन के जानकारी में आने के बाद आज जन कर्फ्यू घोषित होनें की जानकारी के वावजूद एक दिन पहले ही शासकीय पूर्व मा.शाला के हेडमास्टर सीमांचल त्रिपाठी की गतिविधी सें सनसनी फैल गई है.
जिसके बाद आनन-फानन में संबंधित शिक्षक को आज ही कारण बताओ नोटिस जारी कर जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा अभियान के शशिकांत सिंह ने इस गंभीर मामले पर त्वरित रूप से जवाब देने के लिए सख्त सख्त शब्दों में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
जिसमें उल्लेख है कि शासन के निर्देश पर अवेहलना करनें के साथ तथाकथित रूप से विज्ञप्ति में किसी अनुमति नहीं होने के वावजूद जिलें के कलेक्टर के निर्देशन में जागरूकता अभियान स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य के साथ लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस में उल्लेखित बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया है.