अम्बिकापुर। छत्तीसगढ पुलिस महकमे के मुखिया डीजीपी डीएम अवस्थी गुरुवार को सरगुजा जिले के प्रवास पर थे। इस दौरान उन्होने सरगुजा पुलिस रेंज के पांचो जिलो के पुलिस अधीक्षक की बैठक मे शामिल हुए..और पुलिस महकमे की अस्त व्यवस्त व्यवस्था के साथ ही बलरामपुर जिले मे हुई नक्सली हिंसा को लेकर उन्होने अधिकारियो को सख्त निर्देश भी दिए है। जिसके बाद डीजीपी ने प्रेस को संबोधित किया।
गौरतलब है कि डीजीपी बनने के बाद डीएम अवस्थी पहली बार सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर पहुंचे थे। इस दौरान सरगुजा पुलिस रेंज के आईजी रतन लाल डांगी और रेंज के पांचो जिलो के पुलिस कप्तान मौजूद थे। इस दौरान पुलिस अधिकारियो की बैठक डीजीपी ने सभी पुलिस अधीक्षक को रायपुर की तर्ज पर सभी चौक चौहारो मे इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा डीजीपी ने एक ही थाने मे तीन तीन सालो से पदस्थ पुलिस कर्मियो के तबादले करने के निर्देश दिए हैं।
सरगुजा रेंज के पुलिस अधिकारियो की बैठक मे हिस्सा लेने के बाद डीजीपी श्री अवस्थी ने प्रेस को संबोधित किया..औऱ अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन की व्यवस्था मे परिवर्तन करने के निर्देश दिए.. दरअसल आज तक अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा पडोसी जिले सूरजपुर के जयनगर थाना का था..लेकिन डीजीपी के निर्देश के बाद से रेलवे स्टेशन मे अब गांधीनगर थाना के पुलिसकर्मियो की तैनातगी होगी। इसके अलावा प्रेस कांफ्रेस मे डीजीपी ने बलरामपुर मे हुई नक्सली हिंसा की चर्चा करते हुए कहा कि घटना की जांच सरगुजा रेंज आईजी रतन लाल डांगी की निगरानी मे होगी।
डीजीपी के आने के पहले पुलिस अधिकारियो मे एक वास्तविक चिंता थी..क्योकि सरगुजा पुलिस रेंज के कई ऐसे थाने हैं। जहां पुलिस अधिकारियो की मनमानी से लोगो की परेशानी बढी है। ऐसे मे डीजीपी के आने के बाद पुलिस अधिकारियो के तबादलो समेत अन्य सख्त निर्देश के बाद बडे से लेकर छोटे पुलिस अधिकारियो की ड्यूटी मे कसावट आने की उम्मीद जागी है।