दंतेवाड़ा. जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय तथा सैनिक स्कूल जैसे उत्कृष्ट शिक्षा संस्थानों में दाखिला के लिये संचालित कोचिंग संस्था नन्हे परिन्दे पातररास के 17 बच्चों का चयन सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में कक्षा 6वीं में दाखिला हेतु हुआ है. यह अभी तक जिले के किसी भी संस्था का सर्वाधिक उत्कृष्ट परिणाम है. इसके पूर्व वर्ष 2011-12 में इसी संस्था के 9 बच्चों का चयन सैनिक स्कूल अंबिकापुर के लिये हुआ था.
इस वर्ष 2020-21 में उक्त संस्था के कुल 22 बच्चे सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित हुए थे..और 17 बच्चे इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफल हुए हैं. जिसमें जिले के दूरस्थ धुर नक्सली प्रभावित इलाका सूरनार निवासी कोसाराम, हिरोली निवासी हिड़माराम एवं लखमाराम, चोलनार के रिंकुराम मंडावी, कावड़गांव निवासी राकेश कुमार मरकाम, मैलावाड़ा के यशराज कश्यप, माहराहाउरनार निवासी भूपेश कुमार, मसेनार के अमितेश कुमार अतरा, बालपेठ निवासी हेमसागर नाग, टेकनार के विनोद कुमार कर्मा, बारसूर निवासी एकलव्य सोनी, भालूनाला हिड़पाल निवासी रोहित कुमार कश्यप गीदम के विष्णु नाग एवं तेजेश्वर नेताम, पातररास निवासी लक्ष्मण भगत सहित बस्तर जिले के बालेंगा बस्तर निवासी मोहित कुमार तथा एरपुण्ड लोहंडीगुड़ा निवासी मिथिलेश कुमार का चयन सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के कक्षा 6 वीं में दाखिला के लिये हुआ है.
इस संस्था से इतनी बड़ी संख्या में बच्चों का सैनिक स्कूल अंबिकापुर में पढ़ाई के लिये चयन होने पर खुशी व्यक्त करते हुए कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा और सीईओ जिला पंचायत सच्चिदानंद आलोक सहित अन्य अधिकारियों ने सफल बच्चों को बधाई दी तथा उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी है. वहीं उक्त संस्था के शिक्षक-शिक्षिकाओं की लगन और मेहनत की प्रशंसा करते हुए इन शिक्षक-शिक्षिकाओं को निरंतर इस दिशा में सक्रियता के साथ बच्चों की पढ़ाई में योगदान देने प्रोत्साहित किया है. जिला प्रशासन दन्तेवाड़ा द्वारा 2011 से संचालित यह नन्हे परिन्दे संस्था लगातार उत्कृष्ट परिणाम दे रही है. इस संस्था में सूदूर ईलाके के बच्चों को बेहतर वातावरण में विशेषज्ञ शिक्षकों के जरिये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करायी जाती है. इस संस्था में न केवल नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा की तैयारी करायी जाती है. बल्कि जवाहर उत्कर्ष, सैनिक स्कूल, एकलव्य विद्यालय, आदर्श विद्यालय जैसे उत्कृष्ट शिक्षा संस्थानों में प्रवेश हेतु भी बच्चों को तैयार किया जाता है. इस संस्था में सामान्य प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से कक्षा 4 थी में अध्ययनरत बच्चों का चयन किया जाता है. जिसमें जिले के सभी ब्लॉकों से करीब 160 बच्चों का नन्हे परिन्दे संस्था में कोचिंग हेतु चयन किया जाता है. संस्था में बच्चों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिये संस्थान के शिक्षक-शिक्षिकायें अपना अतिरिक्त समय देते हैं. शिक्षकों द्वारा प्रातः कालीन तथा सांध्यकालीन समय में अतिरिक्त कक्षाएं ली जाती है, ताकि बेहतर नतीजे हासिल हो सके.