अम्बिकापुर. एक तरफ अपनी स्वस्छता व्यव्यवस्था को लेकर अम्बिकापुर देश मे चांद की तरह चमक रहा है.. तो दूसरी ओर गड्ढे मे तब्दील हो चुका अम्बिकापुर का अंतराज्यीय बस स्टैंड इस चांद मे दाग की तरह नजर आ रहा है.. अम्बिकापुर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खडा करने वाला संभाग मुख्यालय का ये बस स्टैंड बेमौसम बारिश के कारण एक बार फिर गड्ढो और तालाब मे तब्दील हो गया था.. जबकि इससे पहले बरसात के मौसम मे यही स्थिती बनने के बाद भी निगम प्रबंधन ने यहां की रिपेरिंग मे ध्यान नहीं दिया था.. जिस अनदेखी का परिणाम है कि खूबसूरत बस स्टैंड बदसूरत नजर आने लगा है..
सरगुजा संभाग के सबसे बडे अंतराज्यीय बस स्टैंड प्रशासनिक उदासीनता के कारण बद से बदतर स्थिती मे पहुंच चुका है.. बस स्टैंड कैपस बडे बडे गड्ढो मे तब्दील हो चुका है. हालाकि बीते बरसात के मौसम मे हुई गड्ढो और उनमे पानी भरने की समस्या की खबर से कुछ महीने पहले नगर निगम प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा था.. लेकिन निगम प्रबंधन की अनदेखी के कारण पिछले तीन दिनो से हो रुक रुक हो रही बारिश के कारण इन गड्ढो ने फिर से तालाब का स्वरुप ले लिया है.. जिससे यहां के बस संचालको के साथ आने वाले यात्रियो को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है..
बस स्टैंड मे अनामिका, सुरेश और करमू जैसे यात्रियों से बात करने मे उन्होने कहा कि उनका रोजाना अम्बिकापुर आना जाना रहता हैं.. लेकिन देश के दूसरे स्वच्छ शहर अम्बिकापुर के जब बस स्टैंड के गड्डो और गंदगी के बीच से गुजर कर यात्रा करना काफी मुश्किल होता है.. इसलिए निगम प्रबंधन को इन गड्ढो को भरवाकर यहां की गंदगी साफ करवाना चाहिए.. इधर तालाब मे तब्दील हो चुके बस स्टैंड की इस हातल पर अम्बिकापुर नगर पालिक निगम के आय़ुक्त हरीश मंडावी ने इस बात को स्वीकार किया कि अम्बिकापुर बस स्टैंड का हाल बेहाल है.. और वो जल्द ही इसके निर्माण कार्य को करवाने का प्रयास करेगें..
वैसे आय़ुक्त महोदय जितनी सहजता से अपने अधिकार क्षेत्र के इस महत्वपूर्ण स्थल की बदहाली का रोना रो रहे हैं.. अगर उतनी ही तत्परता से वो बरसात के दिनो के तुरंत बाद ही इसकी मरम्मत करा लेते तो… तो फिर ये सवाल ही नही उठता कि आखिर स्वस्छ शहरो की फेहरिस्त मे शुमार अम्बिकापुर का मुकुट कहे जाना वाला बस स्टैंड तालाब मे क्यों तब्दील हो गया है…