बलरामपुर.. प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने आप को किसान हितैषी सरकार का तमगा लगाने से नही थकती तो वही दूसरी ओर किसानों की हालत प्रदेश में बद से बदतर हो चली है..एक ओर किसानों को अपना धान बेचने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है..तो वही दूसरी ओर किसानों बैंकों में किसानों से पैसों की उगाही की जा रही है..और ऐसा ही एक मामला जिले के वाड्रफनगर ब्लाक में सामने आया है..जिसकी लिखित शिकायत किसानों ने पुलिस से की है..वही अब इस मामले में पुलिस जांच कर रही है..
दरअसल 27 दिसम्बर एक किसान ने अपने केसीसी के सामूहिक खाते से 50 हजार आहरण करने विड्राल फार्म सेंट्रल बैंक के वाड्रफनगर शाखा में भरा था..जिसके बाद किसान कुश पटेल को बैंक कैशियर ने 40 हजार रुपये दिए..जिसका किसान के द्वारा विरोध किया गया ..और इस मामले ने हवा में आग तरह तूल पकड़ लिया ..तब बैंक प्रबंधन ने किसान को दस हजार रुपये बाद में देने की बात कहकर किसान को वापस भेज दिया..यही नही बैंक के बाहर केसीसी खर्च के नामपर एक दलाल ने भी किसान से 5 हजार रुपये लिया..
वही दूसरा मामला ग्राम कोटराही के गहदुल गोड़ का सामने आया है..जिसमे किसान का केसीसी खाते में 3 लाख स्वीकृत हुआ था..और जब वह बैंक में पैसे निकालने गया तब..तब सेंट्रल बैंक के बाहर मौजूद दलालों ने किसान को घेर लिया ..और बैंक से पैसे दिलाने के नामपर पर किसान को अपने झांसे में लिया.. और बैंक मैनेजर की सहमति से किसान के खाते से 2 लाख रुपयों का आहरण किया गया..और किसान को जंगल मे लेजाकर किसान को महज 16 हजार ही दलालों ने दिए..और बाकी के पैसे मैनेजर को खर्चा देने के नामपर अपने पास रख लिया..
इस मामले पर बैंक मैनेजर ने चुप्पी साध ली है..और उनका कहना है..की वे किसी से नही डरते है..
बहरहाल इन दोनों मामलों के सामने आने के बाद अब इस इन मामलों में पुलिस जाँच कर रही है.