अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..जिले के सीतापुर ब्लॉक में विभाग की उदासीनता की उदासीनता की वजह से सरकार की महत्वाकांक्षी नलजल योजना अंतर्गत बनी पानी टंकी शो पीस बनकर रह गई है. लोगो के घर-घर तक पेयजल आपूर्ति कराने का लक्ष्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि की लापरवाही की वजह से धरा का धरा रहा गया है. नलजल योजना शुरू कराने ग्रामीणों ने कई बार आवाज उठाई. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब परेशान होकर लोगो ने सालों से बंद पड़े इस योजना को लेकर मोर्चा खोल दिया है और अधिकारियों से भेंट कर यहाँ की सारी कमियों को दूर करा नलजल योजना प्रारंभ कराने की माँग की है.
बता दें कि, वर्ष 2018-19 में नलजल योजना के तहत सरकार द्वारा ग्राम पंचायत गेरसा में लाखों की लागत से पानी टंकी निर्माण एवं पाईप लाइन विस्तार कार्य कराया गया था. ताकि इस योजना के तहत ग्रामीणों के घर तक शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल आपूर्ति बहाल किया जा सके. किंतु सरकार की यह मंशा धरातल पर फेल हो गई है. विभागीय अधिकारियों ने लोगो को इस योजना का लाभ दिलाने एवं नलजल योजना के सफल संचालन के लिए न तो वहाँ विद्युत ट्रांसफार्मर लगवाने में रुचि दिखाई न ही अन्य औपचारिकतायें पूरी करना उचित समझा और अपना बला टालने की नीयत से आधे अधूरे हालात में ही नलजल योजना को ग्राम पंचायत के हवाले कर दिया. ग्राम पंचायत के इस गैर जिम्मेदाराना निर्णय से इस योजना में ग्रहण लग गया और सरकार का लोगो तक स्वच्छ पेयजलापूर्ति का लक्ष्य धरा का धरा रह गया.
सालों से बंद पड़े इस योजना को चालू कराने ग्रामीणों ने कई बार आवाज उठाई. विभागीय अधिकारी तक को अपनी परेशानियों से अवगत कराया किंतु अधिकारी नलजल योजना ग्राम पंचायत को हैंडओवर करने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया करते थे. वही आधी अधूरी हालत में होने के कारण नलजल योजना को शुरू करा पाना सरपंच के वश की बात भी नही थी. नलजल योजना के विस्तार के बाद भी कुआँ और ढोढ़ी का दूषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीण ने मोर्चा खोलते हुए धरमपाल अग्रवाल के नेतृत्व में विभागीय अधिकारियों से भेंट किया और नलजल योजना योजना में व्याप्त कमियां दूर करा उसे चालू कराने की माँग की.
इस संबंध में एसडीओ पीएचई एचएस पैंकरा ने बताया कि अतिरिक्त विद्युत ट्रांसफार्मर हेतु ग्राम पंचायत से हस्ताक्षर करा विद्युत विभाग को भेज गया है. औपचारिकतायें पूरी होने के बाद विद्युत विस्तार करा नलजल योजना शुरू करा दिया जायेगा.