बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..जिले के रघुनाथनगर वन परिक्षेत्र में 18 नवम्बर को जंगल मे मिले हाथी के शव की गुत्थी को वन अमले ने सुलझा लिया है..और इस मामले में हाथी अनुसूची व वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं के तहत 8 आरोपियों को 2 हाथी दांत समेत गिरफ्तार किया है..वही इस मामले के 3 आरोपी अब भी फरार बताये जा रहे है..
दरअसल 18 नवम्बर को रघुनाथनगर वन परिक्षेत्र के ग्राम सोनहत के टोकाडांड पारा में 40 वर्षीय 1 नर हाथी का शव का पाया गया था..जिसके बाद वन अमले में हड़कम्प मच गया था..वन अमले ने मौके पर पहुँचकर हाथी के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार उसी जंगल मे कर दिया था..और हाथी के मौत के कारणों का पता लगाने वन संरक्षक सरगुजा एबी मिंज ने जांच टीम गठित करने के निर्देश दिए थे..इसी दौरान हाथी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में करंट लगने से हाथी का मौत होना पाया गया था..
वही इस मामले की जांच की कमान खुद वनमण्डलाधिकारी बलरामपुर प्रणय मिश्रा कर रहे थे..और उनकी जांच टीम में सयुंक्त वनमण्डलाधिकारी एस सिंहदेव समेत वन्य कर्मी शामिल थे..यही नही बिलासपुर से विभागीय 2 स्नेफर डॉग की मदद भी ली गई थी..
बता दे कि हाथी के मौत के कारणों की जांच कर रही टीम को गांव के ही कुछ लोगो की गतिविधियों पर संदेह था..और जांच टीम ने ऐसे ग्रामीणों को चिन्हित कर उनसे पूछताछ की..और इस मामले का पटाक्षेप हो गया..वन विभाग ने इस मामले में हाथी अनुसूची व वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं समेत ग्राम सोनहत व शंकरपुर के लाल साय, महेंद्र,रामवृक्ष,सूरज,जगेश्वर,लवकुमार, जय मंगल,मोहरलाल,मोती लाल,दिनेश,छोटन के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया है..और इन आरोपियों में से मोतीलाल,दिनेश और छोटन फरार बताये जा रहे है..बाकी 8 आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है..
6 नवम्बर को ही हो गई थी हाथी की मौत..
वनमण्डलाधिकारी प्रणय मिश्रा के मुताबिक 6 नवम्बर को 11 लोगो ने 11000 केव्ही की विद्युत सप्लाई वाली के सहारे जंगली सुअर का शिकार करने वनखण्ड शंकरपुर कक्ष क्रमांक पी 617 में 14 00 मीटर तार फैलाया था..जिसकी चपेट में आकर 6व 7 नवम्बर की दरम्यानी रात हाथी की मौत हुई थी..और 7 नवम्बर को मौक़े पर पहुँचे मोतीलाल व दिनेश ने हाथी के दांत को काटकर बेचने की योजना बनाई थी..जिसके बाद लव कुमार,लालसाय,सूरज,मोहरलाल ने कुल्हाड़ी से हाथी के दोनों दांतो को काटकर मोतीलाल की बाड़ी में गड्ढे खोदकर छिपा दिया था..
वन विभाग के द्वारा जप्त की गई दो दांतो में से एक दांत 130 सेंटीमीटर लम्बी,33 सेंटीमीटर मोटी और 15 किलो 900 ग्राम है..जबकि दूसरे दांत का वजन 16 किलो 400 ग्राम है..और वह 150 सेंटीमीटर लम्बी व 35 सेंटीमीटर मोटी है…