दुर्ग. ‘पुलिस’ एक ऐसा नाम जिसे सुनकर लोग ख़ुद को सुरक्षित महसूस करते हैं. कहीं भी और कोई भी घटना हो पुलिस तुरंत पहुंचकर लोगों की मदद करती है. 24 घंटे ड्यूटी करके लोगों की सुरक्षा करती है. लेकिन इन दिनों प्रदेश की पुलिस व्यवस्था थोड़ी डगमगा गई है. इसलिए राजधानी रायपुर जैसे महफूज़ शहरों में दिनदहाड़े अपराध हो रहे हैं. राजधानी ही नहीं प्रदेश के कई ऐसे जिले हैं जहां की पुलिसिंग इन दिनों ढीली हो गई है. अब हाल ही की घटनाओं में नज़र डालें तो बेमेतरा कलेक्टर के घर लाखो की चोरी, सरगुजा में दो घरों से लाखों की चोरी, जिसमे से एक घर आरक्षक का था. वहीं कई जिले तो ऐसे भी हैं जहां चोर थाने के आसपास में ही हाथ साफ़ कर देते हैं और पुलिस को हवा तक नहीं लगती. अब इतनी बड़ी-बड़ी घटना होने के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहे तो इसे क्या समझें.?
इसी पुलिस विभाग में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो दुनियादारी से मतलब नहीं रखते. बस भोले-भाले लोगों से पैसे ऐंठने का काम करते हैं. साफ शब्दों में कहें तो कोई मामला निपटाने के लिए रिश्वत लेते हैं. सरकार सभी विभाग के सरकारी कर्मचारियों को उनके काम के बदले हर महीने सैलरी देती है. और जायज सी बात है कि पुलिस को भी महीने में सैलरी देती है. लेकिन कुछ पुलिसवाले तो ऐसे हैं जिनका ईमानदारी से कमाए हुए पैसे से पेट नहीं भरता और नियम कानून को ताक में रखकर अवैध वसूली करते हैं.
ऐसा ही एक मामला आया है दुर्ग जिले के कुम्हारी थाने में. जहां पदस्थ एक एसआई प्रकाश शुक्ला जो रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हो गया है. दरअसल, पुलिस ने कुछ कारणों से एक ट्रक को पकड़ा था. हो सकता है ट्रक वाले के पास गाड़ी के कागजात नहीं रहा हो या लाइसेंस नहीं रहा हो. तो एसआई साहब उसपर कार्रवाई करने के बजाए ट्रक ड्राइवर सुखवंत सिंह से 4 हजार रिश्वत ले रहा था. लेकिन उनको क्या पता था कि उनकी यह करतूत कैमरे में कैद हो रही है. वहीं मामले के रफा दफा होने के कुछ ही देर बार रिश्वत लेते एसआई का वीडियो लोगों के हाथों में पकड़े स्मार्टफोन में आ गया. फ़िर क्या था उस एसआई कि इस करतूत से पुलिस विभाग हमेशा की तरह फिर बदनाम हो गई.
वहीं ट्रक छोड़ने के बदले रिश्वत लेते पुलिसवाले का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले की शिकायत जिले के एसपी से गई है. अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है या फिर नए वीडियो आने तक पेंडिंग में रहतीं है.
देखिए वीडियो.. रिश्वत के खेल का..