बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..जिले के चांदो थाना क्षेत्र के जंगल किनारे मिली महिला की लाश के मामले का पटाक्षेप पुलिस ने कर दिया है..और उसके पति को गिरफ्तार किया गया है..
बता दे कि चांदो थाना क्षेत्र के करचा जाने वाले मार्ग पर जंगल किनारे 14 अक्टूबर को एक महिला की लाश मिली थी..जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी थी..और मृत महिला की शिनाख्त ग्राम करचा निवासी कीर्ति सोनवानी के रूप में गई थी..
वही मौके पर पहुँचे थाना प्रभारी रूपेश कुंतल एक्का ने इस घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा को दी..जिसके बाद पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा के मार्गदर्शन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत कतलम, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस(अजाक) एनएल धृतलहरे के निर्देशन में मौके पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम को बुलाया गया था..तथा मौका मुआयना के बाद पुलिस ने मृत महिला का पोस्टमार्टम कराकर उसके शव को उसके परिजनों को सौप दिया था..
पुलिस इस मामले की जांच में उलझी हुई थी..और इस मामले को एक्सिडेंटल मानकर चल रही थी..लेकिन पुलिस को पोस्टमार्टम मिलते ही..उसने इस मामले के जांच के पहलू को बदला और..और उसके पति से पूछताछ में जुटी हुई थी..इसी दौरान उसके पति आशीष गुप्ता ने कीर्ति सोनवानी की हत्या करना स्वीकार कर लिया..
बलात्कार के मामले हुआ था कम्प्रोमाइज..
पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा के मुताबिक कीर्ति सोनवानी ने आशीष गुप्ता के विरुद्ध बलात्कार का मामला वर्ष 2018 मे दर्ज कराया था..और इस मामले में पुलिस ने आशीष को गिरफ्तार किया था..इस मामले में आशीष जेल में निरुध्द था..और दोनों के परिजनों की सहमति पर बलात्कार के मामले मे कोर्ट में कम्प्रोमाइज हुआ था..
वही आशीष के जेल से छूटने के बाद आशीष और कीर्ति सोनवानी की हिन्दू रीति रिवाजों के साथ मंदिर में शादी कराई गई थी..जिसके बाद आशीष और कीर्ति बलरामपुर में रहने लगे थे..और कीर्ति 7 महीने के गर्भ से थी..
रंजिश में कर दी हत्या!..
बलात्कार के मामले के बाद से ही आशीष ने कीर्ति में रार की लाइने खीच गई थी..और आशीष उसे रास्ते से हटाने की प्लान में था..इसी बीच आशीष की योजना से बेखबर कीर्ति अपने मायके आशीष के साथ निकली थी..और आशीष ने सुनसान रास्ते मे पहले कीर्ति से मारपीट की..और उसके बदहवाश होकर गिरने के बाद मोटर सायकल तीन चार बार उसके ऊपर चढ़ा दी थी..जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी..