रायपुर, 31 अक्टूबर 2014
- मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और तेलांगाना के मुख्यमंत्री श्री के. चन्द्रशेखर राव की उपस्थिति में तीन नवम्बर को होगा एमओयू
छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर राज्य की विद्युत कम्पनी ने तेलांगाना को एक हजार मेगावाट बिजली बेचने का निर्णय लिया है। इसके लिए तीन नवम्बर 2014 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और तेलंागाना के मुख्यमंत्री श्री के. चन्द्रशेखर राव की उपस्थिति में रायपुर में एमओयू किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने राज्य में बिजली उत्पादन क्षमता में हो रही वृद्धि और राज्य की बढ़ती हुई मांग की पूर्ति के बाद तेलांगाना को एक हजार मेगावाट बिजली बेचने का फैसला किया है। इसके लिए बिजली की उत्पादन दर राज्य के विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित की जाएगी।
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेची जाने वाली बिजली को तेलांगाना तक पहुंचाने में होने वाला ट्रांसमिशन व्यय तेलांगाना सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ की विद्युत वितरण कम्पनी को टेªडिंग मार्जिन मनी मिलेगी। इससे वितरण कम्पनी को अतिरिक्त आमदनी होगी। इसके फलस्वरूप छत्तीसगढ़ में बिजली की दरों को प्रतिस्पर्धात्मक आधार पर कम करने में मदद मिलेगी। राज्य में निजी विद्युत उत्पादकों से मिलने वाली बिजली को ध्यान में रखते हुए यह अनुबंध किया जा रहा है। तेलांगाना को बिजली बेचने के कारण राज्य में बिजली की कमी नहीं रहेगी। छत्तीसगढ़ संभवतः देश का पहला राज्य है, जिसने पड़ोसी राज्यों में बिजली की कमी को दूर करने के लिए इस प्रकार की पहल की है। इसके पहले छत्तीसगढ़ ने कर्नाटक के साथ राज्य में 1600 मेगावाट की बिजली परियोजना की स्थापना के लिए एमओयू किया था। यह परियोजना कोल ब्लॉक आवंटन की प्रत्याशा में रूकी पड़ी है। परियोजना का कार्य शुरू करने के लिए भूमि और पानी उपलब्ध करा दिया गया है और सभी प्रारंभिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से अब दक्षिण भारत का दूसरा राज्य तेलांगाना छत्तीसगढ़ से बिजली प्राप्त करने जा रहा है।