कोरबा..लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद अब नदी नाले उफान पर है..और लीलागर नदी का पानी एसईसीएल खदान में घुस गया है.जिसके चलते खदान में लगी एक शावेल मशीन जल मग्न हो गया है..जिसके चलते एसईसीएल को करोड़ो का नुकसान होने की संभावना है..
दरअसल लीलागर नदी एसईसीएल के दीपका परियोजना के करीब से गुजरती है..जहाँ एसईसीएल का कोल खदान है..और अचानक कोल खदान में लाखो क्यूसेक पानी भरने से मिट्टी निकालने वाली शावेल मशीन जल मग्न हो गया ..और मशीन के डूबने से लगभग सौ करोड़ का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है..