बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..पहली बार जिले का सवास्थ्य अमला व महिला बाल विकास विभाग की टीम दुर्गम पहाड़ियों के बीच 17 किलोमीटर का सफर तय पहाड़ी कोरवा बाहुल्य बचवार पहुँचा था..जहाँ स्वास्थ्य अमले ने कैम्प लगाकर लोगो का इलाज किया..और महिला बाल विकास विभाग की टीम ने कुपोषण के प्रति ग्रामीणों में जागरूकता लाने का पहल किया..
बता दे कि बचवार बलरामपुर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत खड़ियाडामर के आश्रित गाँव है..जो दुर्गम पहाड़ियों के ऊपर बसा हुआ है..गांव की बसाहट को देखने से आप यह सहज ही अनुमान लगा सकते है..की आज भी इस गांव के ग्रामीण किन परिस्थितियों में अपना जीवन यापन करते है..गांव में पहुचने का केवल पैडगरी ही एक माध्यम है..और बरसात के दिनों में तो गांव में पहुँचना मतलब अपनी जान जोखिम में डालने से कम नही है..और इन दोनों विभाग की ज्वाईन टीमो ने एक सराहनीय कार्य कर मिशाल पेश की है..
वही कलेक्टर संजीव झा ने ग्रामीणों की स्वास्थ्य की चिंता करते हुए एक पहल की थी..और उस पहल के तहत ही गांव में स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग की ज्वाइंट टीमें कल पहुची थी..
बरसात के दिनों में अक्सर मौसमी बीमारियों और डायरिया का प्रकोप देखने को मिलता है..ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों को उचित सलाह देने के साथ ही उनका मेडिकल चेकअप किया ..तो वही कुपोषण को जड़ से खत्म करने की मुहिम के साथ हौसले ले लबरेज महिला बाल विकास विभाग की टीम ने ग्रामीणों को जागरूक किया..
इस टीम में डॉक्टर शरद वर्मा,बीपीएम नेत्र प्रकाश सुर,डिस्ट्रिक्ट मलेरिया कंसल्टेंट दिव्य किशोर गुप्ता, मितानिन समन्वयक सुषमा,समेत महिला बाल विकास विभाग की सेक्टर सुपरवाइजर शामिल थी..
बीएमओ डॉक्टर एचएस मिश्रा का कहना है..की गांव पहुँचविहीन है..ऐसे ग्रामीणों को बीमार पड़ने पर अस्पताल पहुचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है..ऐसे में कलेक्टर साहब की पहल पर ग्रामीणों का गांव पहुँच कर मेडिकल चेकअप किया गया और उन्हें स्वास्थ्य सम्बंधि सलाह दी गई है!..