अम्बिकापुर. सरगुजा मे एक रहस्यमयी गुमशुदगी का मामला सामने आया है.. गुमशुदा युवक को इलाके का ही एक युवक मुबंई मे नौकरी दिलाने की बात कह कर ले गया था.. फिलहाल मुबंई मे भी युवक का कोई पता ना चलने पर .. परिजनो ने गुमशुदगी के इस मामले की शिकायत सीतापुर थाने मे दर्ज कराई थी.. लेकिन पुलिस की ढुलमुल कार्यप्रणाली के काऱण आज 17 दिन बाद भी युवक की तलाश नहीं हो पाई है. वही मामले मे स्थानीय विधायक और खाद्यमंत्री ने खुद गंभीरता दिखाते हुए ..एसपी सरगुजा को जल्द खोजबीन के निर्देश दिए है..
सरगुजा संभाग मे मानव तस्करी के मामले समय समय मे सामने आते रहते हैं. इसी से कुछ मिलता जुलता एक मामला जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र मे सामने आया है .. वैसे सीतापुर थाना क्षेत्र ऐसे मामलो का पहला से गवाह रहा है. लेकिन मौजूदा मामले मे तो गुमशुदा युवक का कोई पता ही नही मिल रहा है. दरअसल गुमशुदा संतकुमार के भाई तेजबलि भगत ने बताया कि बीते 2 अगस्त को सीतापुर थाना क्षेत्र के चट्टानपारा अजीत तिर्की ने बटईकेला निवासी गुमशुदा संत कुमार बडा को मुबंई मे नौकरी दिलाने का झांसा दिया. जिसके बाद अजीत.. सत्यकुमार को मुबंई ले जाने की बात कह कर निकला. लेकिन 5 अगस्त को युवक को बहलाकर ले जाने वाले अजीत का फोन आया कि संत कुमार यहां नही रहना चाहता है उसे आकर ले जाओ.. पर जब परिजनो संत कुमार बडा को लेने मुबंई पहुंचे.. तो अजीत ने परिजनो को यह कह कर बैंरग भेज दिया. कि संत कुमार तो कहीं गुम गया है..
सरगुजा पुलिस के मुताबिक मैनपाट निवासी महेश बरवा और अजीत तिर्की गुमशुदा संतकुमार बडा की आपस मे दोस्ती थी. और संतकुमार बडा पहले बटईकेला का सरपंच भी रह चुका है.. इधर मायानगरी मुबंई मे सरगुजा के युवक की रहस्यमयी गुमशुदगी को लेकर स्थानिय पुलिस केवल मदद का आश्वसान दे रही है. क्योकि पुलिस के मुताबिक युवक मुंबई से लापता है.. इसलिए उनके परिजनो ने उसकी शिकायत मुबंई के थाडे मे दर्ज कराई है..
मंत्री के निर्देश के बाद हरकत मे आई पुलिस
पूरा मामला प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के विधानसभा का .. लिहाजा अपने परिवार के सदस्य की गुमशुदगी के मामले की जानकारी परिजनो ने मंत्री तक पहुंचाई .. तो मंत्री महोदय ने तत्काल प्रभाव ने सरगुजा पुलिस को मुबंई जाकर संतकुमार की तलाश करने के निर्देश दिए हैं…
पूर्व संरपच होने के बाद नौकरी करने मुबंई जाना और मुबंई जाने के बाद .. मुबंई ले जाने वाले दोस्तो का ये कहना कि वो कहीं गुम गया है.. ये दोनो मामला ही अपने आप मे संदेहास्पद लगता है.. ऐसे मे देखना है कि मुबंई मे दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्ट और सरगुजा पुलिस की कथित दरियादिली … संतकुमार को कब तक खोज निकालती है…