जिले के उसरार गांव में प्रकृति की एक अनोखी घटना ने ग्रामीणों को दहशत में डाल दिया। देर शाम तकरीबन 9 बजे आग के गोले और रेल के इंजन की तरह तेज रफ़्तार एक आफत उसरार गांव की ओर बढ़ी । लेकिन जब तक लोग समझ पाते तब आग का गोला रुपी ये आफत ग्रामीणो के घरों का छप्पर उखाड कर अागे बढ चुकी थी । सारी रात ग्रामीण दहशत में थे और सुबह होते ही इस अनोखी घटना की सूचना प्रसाशन को दी गई ।
ग्रामीणों की माने तो अचानक एक आग़ का जलता हुआ गोल रेल के इंजन की स्पीड में गांव की तरफ बढ़ा और कुछ घरों को नस्तेनाबूत करता अागे निकल गया । इस तरह की प्राकृतिक घटना ग्रामीणों ने ना कभी देखी थी औ न ही कभी सुनी थी । लिहाजा इस अनोखी घटना को लेकर कोई इसे प्रेत अतमा का प्रहार तो कोई दूसरी आसमानी आफत मान रहा है। ग्रामीणों में तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है, और ग्रामीण दहशत में है । वही इस अनोखी प्राकृतिक घटना की खबर पर प्रशासनिक अमला भी गांव मे पहुंचा। और तो और अब इस घटना की जाँच भी शुरु कर दी गई है।
ये नजारा है 40 साल पहले बसे सतना जिला मुख्यालय से 50 km.दूर रिफ्यूजी बंगालीयो के गांव उसरार का है । जहाँ इस वक्त पूरा गांव इकट्ठा है और सभी दहशत में है । गांव में इस घटना को लोग प्रेत का प्रहार तो कोई मिसाईल का हमला समझ रहे है । जंगल की और से ट्रेन के इंजन की तरह आवाज करता हुआ आग का गोला उसरार गांव की और बढ़ा और कुछ ही सेकेंडों में कुछ घरों को पूरी तरह तबाह कर गया । ग्रामीणों की माने तो मौत की तरह अनोखी आफत जिस तरह गांव की ओर बढ रही थी उससे पूरा गांव शमशान में तब्दील हो जायेगा । लेकिन कुछ घरों की छत उड़ाते आफत आगे बढ गयी। ग्रामीण रात भर सहमे रहे और दिन में इस तबाही को देखने के लिए लोगों का मजमा लगा रहा ।
एक तरफ जहाँ ग्रामीण जंगल की और से आई इस आफत से हेरान परेशान है,, वही प्रशासनिक आमला भी खुद इस घटना को देख सोच में पड गया है । मौके पर पंहुचे अधिकारियों ने इस घटना में चक्रबात की आशंका जताई है । साथ ही गांव मे पंहुची प्रशासनिक टीम इस पूरी घटना की तकनीकी जाँच करने की बात कह रही है