मुख्य सचिव विवेक ढांड ने युवा फैलोज् को दिया मार्गदर्शन…

रायपुर   मुख्यमंत्री सुशासन फलोशिप कार्यक्रम के तहत चयनित युवा फैलोज् को आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में मुख्य सचिव विवेक ढ़ांड ने मार्गदर्शन दिया। उन्होने चयनित फैलोज् को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ संभावनाओं से ओत-प्रोत प्रदेश है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने 27 प्रमुख मार्गदर्शी योजनाएं दी हैं। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कुशल नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

इन सभी योजनाओं के लाभ नागरिकों तक और अधिक सुविधाजनक रूप से पहुंचाने का प्रयास इन फैलोज् के माध्यम से किया जायेगा। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉक्सि एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव संजय शुक्ला, चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एलेक्स पॉल मेनन और संचालक पंचायत विभाग  तारण सिन्हा भी उपस्थित थे। मुख्य सचिव  ढ़ांड ने सभी फैलोज् के साथ जिलों में कार्य करने के अनुभव को बताते हुए सीख दी कि विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने के लिए किताबी ज्ञान से हटकर व्यवहारिक अनुभव हितकर होता है।  ढ़ांड ने चिप्स द्वारा संचालित सामान्य सेवा केन्द्रों/लोक सेवा केन्द्रों को उन जिलों में विस्तारित करने पर बल दिया जहां पर अभी इन केन्द्रों के विस्तार की आवश्यकता है।

इस अवसर पर इलेक्ट्रॉक्सि एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव  संजय शुक्ला ने बताया कि फैलोज् की चयन प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। निमोरा स्थित छत्तीसगढ़ प्रशिक्षण अकादमी में 15 नवंबर 2017 से इन फैलोज् के लिए विभिन्न विषयों में 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला प्रारंभ हो गया है। उन्होंने बताया कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा फैलोज् को प्रतिदिन मार्गदर्शन दिया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  एलेक्स पॉल मेनन ने बताया कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा टाटा इंसीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टी.आई.एस.एस. मुंबई), इंडियन इंसीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आई.आई.एम. रायपुर) और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की एजेंसी ई.पी.ओ.डी. के विषय-विशेषज्ञों द्वारा यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि सभी फैलोज् को कार्य संचालन प्रबंधन, पारस्परिक सम्बंध, व्यापर्क आिर्थक वृद्वि के संकेतक, आपूर्ति श्रंखला प्रबंधन, डाटा विश्लेषण, प्रभावी संवाद, ई-गर्वनेंस, परियोजना प्रबंधन, कृषि अर्थव्यवस्था एवं शोध आदि विषयों पर भी वृहद प्रशिक्षण दिया जायेगा।