निजी दूर संचार कंपनी की मनमानी पर BSNL की अनदेखी.. उपभोक्ता परेशान 

  • कलेक्टर बंगले और सीईओ बंगले के पास भी नही मिल रहा है BSNL का 3जी नेटवर्क 
  • शहर के कई लैण्डलाईन कनेक्सन बंद , मोबाईल नेटवर्क मे भी काफी दिक्कत 

अम्बिकापुर

बीएसएनएल के बारे जैसा पहले चर्चित था कि “भीतर से नही लगता” और “बाहर से भी नही लगता”  ठीक वैसे ही हालात इन दिनो फिर शहर और जिले की पब्लिक के लिए मुसीबत का कारण बना हुआ है। इसके साथ ही मौजूदा हालात से ये चर्चा भी तेज हो गई है कि बडी निजी कंपनियो को लाभ पंहुचाने के लिए बीएसएनएल के अधिकारी उनकी मनमानी पर कोई कार्यवाही नही कर रही है। गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनो मे निजी कंपनियो द्वारा सैकडो जगह बीएसएनएल के तार काटे गए है , लेकिन बीएसएनएल के अधिकारी जुर्माना लगाना तो दूर मुह खोलने से भी परहेज कर रहे है।

एक तरफ देश के प्रधानमंत्री देश के हर गांव को इंटरनेट से जोडने का सपना देख रहे है,, तो दूसरी ओर उस विभाग के अधिकारी बीएसएनएल की सेवा को शहरो से गायब करने पर आमादा है। दरअसल ऐसा इसलिए है क्योकि पिछले 15 दिनो मे जिले के कई विकासखण्ड मुख्यालय के साथ संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर मे निजी कंपनियो द्वारा जमीन मे बोरिंग कर डाले जा रहे केबल की वजह से बीएसएनएल की लाईन कट जा रही है और यही वजह है कि लैण्डलाईन ,मोबाईल और ब्रांडबैंड इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले BSNL के उपभोक्ता काफी परेशान है। निजी कंपनियो की मनमानी से उपभोक्ता इतने परेशान है कि हजारो मोबाईल और इंटरनेट उपभोक्ता BSNL की जगह उन्ही कंपनियो की सेवा लेने पर मजबूर है जो BSNL के तार काट कर अपनी व्यवस्था दुरुस्त कर रहे है। हांलाकि मौजूदा हालात को देखकर भी यही लग रहा है कि शायद BSNL के अधिकारी भी यही चाहते है।

 

दरिमा और मैनपाट एक्सचेंज रहा ठप्प

बीएसएनएल की दरियादिली और निजी कंपनियो की मनमानी के कारण हुई परेशानी से पिछले दिनो BSNL  का दरिमा और मैनपाट एक्सचेंज कई दिनो तक ठप्प रहा। जिससे वंहा के मोबाईल और इंटरनेट उपभोक्ता के साथ लैण्ड लाईन यूज करने वाले उपभोक्ता पूरी तरह से प्रभावित हुए। दरअसल ये बाधा उस वक्त आई जब अपने 4G नेटवर्क के लिए रिलायंस दूरसंचार कंपनी के लोगो ने अम्बिकापुर के महामाया मंदिर से खरसिया चौक के बीच बोरिंग प्रणाली से अपना केबल डालते वक्त BSNL के केबल को काट दिया। गौरतलब है कि मैनपाट एक पर्यटन स्थल है और दरिमा हवाई पट्टी मे रोजाना व्हीआईपी और मंत्रियो का दौरा हो रहा है। ऐसे मे निजी कंपनी की मनमानी और BSNL का उदार रुप समझ से परे है। हांलाकि बाद मे विभाग ने उक्त निजी कंपनी को बिना जुर्मान किए , दूसरी ओर से आए अपनी लाइन से ये सेवा शुरु कर दी है। लेकिन महामाया मंदिर से खरसिया चौक तक डाला लाखो रुपया का केबल को BSNL ने बेकाम समझ कर छोड दिया है।

रामानुजगंज चौक के पास मची तबाही

इन दिनो रिलायंस नाम की निजी दूर संचार कंपनी रामानुजगंज चौक के आस पास अंडरग्राउण्ड तार डालने की प्रकिया काफी तेजी से कर रही है। लेकिन उक्त कंपनी की तेजी के काऱण बीएसएनएल कंपनी की सेवा गति धीमी ही नही ठप्प हो गई है। जानकारी के मुताबिक इस चौक मे रिलायंस ने पहले रामानुजगंज चौक से प्रीतम कालोनी की ओर जाने वाली 70-80 मीटर बीएसएनएल की तार को अपनी बोरिंग मशीन से काट दिया। जिससे प्रतीम कालोनी और आस पास के 50-60 लैण्डलाईन कनेक्शन बंद पडे है। जिसके लिए बीएसएनएल का मैदानी अमला तो पसीना बहा रहा है लेकिन वातानूकूलित कमरो मे बैठे अधिकारी उसी कंपनी के अधिकारियो के साथ गपशप कर रहे है।

 

इतना ही नही रिलायंस के अंडरग्राउण्ड तार डालने की प्रकिया से रामानुजगंज चौक से बंगाली चौक के बीच की तार भी काट दी गई है। जिससे कलेक्ट्रेट बंगले के पास लगा मोबाईल टावर से उपभोक्ताओ को मिलने वाली 3G की सेवा भी बाधित हुई है। चूंकि 2G का नेटवर्क आस पास के टावर से थोड बहुत मिल जा रहा है,, इसलिए उपभोक्ताओ को समझ नही आ रहा है। लेकिन इस केबल कटिंग की वजह से कलेक्टर बंगले से लेकर पूरे डीसी रोड , गुदरी चौक, स्कूल रोड ,सिंचाई कोलानी, प्रतापपुर नाका और आस पास के इलाको मे बीएसएनएल के मोबाईल नेट उपभोक्ताओ को कुछ समय के लिए 3G नेटवर्क से महरूम रहना पड सकता है। ऐसा ही मसला एमजी रोड स्थित राघवपुर आश्रम के पास है जंहा उक्त निजी कंपनी द्वारा अंडर ग्राउण्ड केबल डालने की प्रकिया मे बीएसएनएल के वायर को ब्रेक कर दिया गया है। जिससे कृषि महाविद्यालय , अनुसंधान केन्द्र और आस पास के कई लैण्डलाईन उपभोक्ता परेशान है।

चाहे तो अधिकारी कर सकते है कार्यवाही

रिलायंस कंपनी द्वारा जारी विनाश को रोकने के लिए BSNL के अधिकारी उन पर जुर्माना से लेकर कई कार्यवाही कर सकते है, लेकिन ऐसा हो नही रहा है। अब ये क्यो नही हो रहा है ये तो आप खुद समझ सकते है। लेकिन अगर करना चाहे तो बीएसएनएल वायर कटिंग के मामले मे उक्त कंपनी को डिमांड नोट दे सकता है और उसके आधार पर रिलायंस कंपनी अपने ठेकेदारो से रुपया वसूल कर , बतौर जुर्माना BSNL को दे सकती है। लेकिन जानकारी के मुताबिक पिछले दिनो हुए किसी भी वायर ब्रेक के मामले मे किसी भी प्रकार का डिमाण्ड नोट BSNL द्वारा नही दिया गया है। जिससे ये साफ हो रहा है कि बीएसएनएल के अधिकारी की सांटगांठ निजी कंपनी ना केवल सरकारी संपत्ति का नुकसान कर रही है, बल्कि ये कंपनी बीएसएनएल के वर्षो पुराने उपभोक्ताओ का मोहभंग कर अपनी ओर आर्कषित करने का प्रयास कर रही है।

इस पूरे मसले की वजह जानने के लिए जब हमने बीएसएनएल विभाग के टीडीएम के पास उनके मोबाईल नंबर 95252-01606 पर काल किया तो कई बार फोन लगाने पर भी उन्होने मोबईल रिसीव नही किया। जिससे इस संबध मे विभाग के प्रमुख अधिकारी का बयान नही आ सका है।