टी-20 विश्व कप : मेंडिस का रिकॉर्ड टूटना लगभग असंभव

वैसे तो क्रिकेट में रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं, लेकिन श्रीलंकाई अबूझ स्पिनर अजंथा मेंडिस ने ट्‍वेंटी-20 विश्व कप में एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जो शायद ही टूट पाए। मेंडिस के नाम क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप के एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड है। टी-20 विश्व कप का छठा संस्करण भारत में 8 मार्च से खेला जाना है।

मेंडिस ने 2012 के संस्करण में हम्बनटोटा में‍ जिम्बाब्वे के खिलाफ 18 सितंबर 2012 को 8 रन देकर 6 विकेट झटके थे। यदि किसी दिन कोई चमत्कार ही हो जाए तो ही उनका एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड टूट सकता है। टी-20 क्रिकेट तो बल्लेबाजों के लिए होता है, लेकिन हम्बनटोटा में मेंडिस का कहर बरपा था और उन्होंने 4 ओवरों में 2 ओवर मेडन डालते हुए मात्र 8 रन देकर 6 विकेट झटके थे।

इसके बाद यदि टी-20 विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बात की जाए तो रंगना हैराथ श्रीलंका, उमर गुल ,पाकिस्तान, अहसान मलिक नीदरलैंड्‍स, और लसिथ मलिंगा (श्रीलंका) ने 5-5 विकेट लिए हैं। हैराथ ने चित्तगोंग में 31 मार्च 2014 को न्यूजीलैंड के खिलाफ 3.3 ओवरों में 3 रन देकर 5 विकेट झटके थे। हैराथ दुर्भाग्यशाली रहे कि न्यूजीलैंड के कोरी एंडरसन चोट के कारण बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे, अन्यथा हैराथ के पास मेंडिस का रिकॉर्ड तोड़ने का मौका था।

गुल ने 13 जून 2009 को ओवल पर न्यूजीलैंड के खिलाफ 6 रन देकर 5 विकेट लिए। वे 3 ओवर ही गेंदबाजी कर पाए थे। नीदरलैंड्‍स के मलिक ने चित्तगोंग में द. अफ्रीका के खिलाफ 27 मार्च 2014 को 19 रन देकर 5 शिकार किए थे। मलिंगा ने इंग्लैंड के खिलाफ पालेकेले में 1 अक्टूबर 2012 को आधी इंग्लिश टीम को आउट किया था।

मेंडिस का प्रदर्शन (8 रनों पर 6 विकेट) यह सिर्फ विश्व कप ही नहीं, टी-20 क्रिकेट इतिहास में भी एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यदि अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में दूसरे बेहतर प्रदर्शन की बात की जाए तो वह रिकॉर्ड भी मेंडिस के नाम दर्ज है। उन्होंने पालेकेले में 8 अगस्त 2011 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 16 रन देकर 6 विकेट लिए थे।