गाजे-बाजे के साथ निकली बन्दर की शव यात्रा.. भू-समाधी देकर लोगो ने लिया मंदिर बनाने का निर्णय

शहडोल (इरफ़ान खान) मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली बकहो ग्राम पंचायत में एक बंदर की कुत्तो के काटने से मौत हो जाने के बाद ग्रामीणों ने बाजे गाजे के साथ अर्थी निकाली और बन्दर को  भू समाधी दे एक अनूठी मिशाल पेश की है।
शहडोल जिले  के जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बकहो  वार्ड नं 6 में कुछ बंदर रहते थे.. गत सोमवार को एक बंदर को कुछ कुत्तों ने नोच कर जख्मी कर दिया था। तबसे वह वही घायल अवस्था में पड़ा था। आसपास के लोगो ने उसका इलाज भी किया, जिंदगी मौत की इस लड़ाई के बाद मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। बंदर की मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और बंदर की मौत से ग्रामीण दुखी हो गये।
इस पर उक्त गांव के साथ पास-पड़ोस के लोगों ने उसके शव का अंतिम संस्कार वैदिक परम्पराओ के अनुसार करने का निर्णय लिया। मृत बंदर को नाहला कर नये केसरिया वस्त्र पहना उसकी अर्थी को गाजेबाजे के साथ नगर भ्रमण कराया। यह अर्थी जिस मार्ग से गुजरी वहा पर मौजूद लोगों ने पुष्प अर्पित कर भगवान हनुमान के प्रतिरूप माने जाने वाले बंदर को नम आखो से अंतिम विदाई दी। जिसके बाद हनुमान मंदिर के समीप  भू समाधि दे दी गई। लोगों का मत है कि उक्त स्थान पर हनुमान जी के मंदिर का निर्माण सभी के सहयोग से किया जायेगा।