मुख्यमंत्री ने भोपाल के कई स्थानो मे मारा छापा, शहर मे हडकंप , दो निलंबित

मुख्यमंत्री श्री चौहान का आकस्मिक निरीक्षण

दो अधिकारी निलम्बित, दो हटाये गये 
अच्छे कार्य पर अधिकारियों की पीठ थपथपायी 
निरीक्षण का मकसद जनता के कार्य समय पर हो – श्री चौहान

भोपाल : शनिवार, जनवरी 11, 2014, 17:27 IST
 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को विभिन्न कार्यालयों तथा निर्माण कार्य के निरीक्षण के दौरान जहाँ गड़बड़ी पायी गयी, वहाँ अधिकारियों को दण्डित करने और अच्छा कार्य पाये गये अधिकारियों को प्रशंसा-पत्र देने के निर्देश दिये। तदनुसार संबंधित विभागों द्वारा दो अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित तथा दो अधिकारी को वर्तमान प्रभार से हटा दिया गया है। एक अधिकारी से स्पष्टीकरण माँगा गया है। दो अधिकारी को प्रशंसा-पत्र भी दिये जा रहे हैं।

श्री चौहान ने नगर पालिका कोलार का आकस्मिक निरीक्षण किया था। मुख्यमंत्री अपने साथ एक आवेदक श्री प्रेमनारायण सिंह घोसी का प्रकरण भी ले गये थे। श्री घोसी ने नगर पालिका कोलार में निर्धारित नक्शे से अधिक निर्माण पर अनुज्ञा-पत्र जारी करने का गत वर्ष अक्टूबर में आवेदन-पत्र दिया था। ढाई-तीन माह बीतने पर भी अनुज्ञा-पत्र नहीं दिये जाने पर श्री घोसी ने सीधे मुख्यमंत्री को आवेदन-पत्र ई-मेल से भेजा था। यह कार्य लोक सेवा प्रदाय गारंटी कानून के अंतर्गत 60 दिन में कानूनन हो जाना चाहिये था। नगर पालिका ने निर्धारित समयावधि में इस आवेदन-पत्र का निराकरण नहीं किया। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान श्री घोसी को भी नगर पालिका बुला लिया था। श्री घोसी ने बताया कि वे आवेदन-पत्र निराकरण के लिये नगर पालिका के कई चक्कर लगा चुके हैं।

निर्धारित समयावधि में कार्य नहीं होने पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री राजेश श्रीवास्तव को कोलार नगर पालिका से स्थानांतरित किया गया। इसी प्रकरण में उप यंत्री श्री प्रदीप शुक्ला तथा भवन शाखा प्रभारी श्री अनूप शर्मा को भी निलम्बित किया गया है।

नगर एवं ग्राम निवेश के दफ्तर में पाया गया कि आवेदकों को आवेदन-पत्र की अपूर्णता के आधार पर बार-बार कार्यालय के चक्कर लगाने के लिये मजबूर होना पड़ता है। आवेदकों को इस तरह अनावश्यक परेशान किये जाने पर नगर एवं ग्राम निवेश की सहायक संचालक सुश्री इन्दु त्रिपाठी का स्थानांतरण किया गया तथा संयुक्त संचालक श्री व्ही.पी. कुलश्रेष्ठ से स्पष्टीकरण माँगा गया है। कार्यालय के भीतर सिगरेट पीने के जुर्म में श्री कुलश्रेष्ठ पर 200 रुपये का जुर्माना निरीक्षण के दौरान ही लगाया गया था।

मुख्यमंत्री ने सिटी प्लॉनर ऑफिस शाहपुरा में अनेक फाइलों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने वहीं से फाइलों में लिखे मोबाइल नम्बरों पर कुछ आवेदकों से सीधी बात भी की। कार्य के प्रति किसी ने भी असंतोष व्यक्त नहीं किया। फाइलें भी व्यवस्थित तथा अद्यतन पाई गईं। श्री चौहान ने पत्रकार कॉलोनी में मुख्यमंत्री अधोसंरचना के तहत बन रही सड़क में उपयोग किये गये डामर, गिट्टी आदि सामग्री तथा सड़क गुणवत्ता का स्थल पर ही टेस्टिंग मशीन मँगाकर परीक्षण करवाया। कार्य अपेक्षित गुणवत्ता का पाया गया। मुख्यमंत्री ने सिटी प्लॉनर कार्यालय के श्री अमित गजभिये तथा पत्रकार कॉलोनी सड़क प्रभारी सहायक यंत्री श्री राजेश सिंह की प्रशंसा की। उन्हें प्रशंसा-पत्र भी दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री का कहना है कि निरीक्षण का मकसद जनता को निर्धारित समयावधि में सुविधाएँ उपलब्ध करवाना है। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्य पर पीठ थपथपाई जायेगी पर गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जायेगा।