मध्यप्रदेश को विकसित करने सभी का शिक्षित होना जरूरी

भोपाल

  • श्योपुर में “स्कूल चलें हम” अभियान में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश को विकसित करने के लिये प्रदेश के सभी लोगों का शिक्षित होना जरूरी है। उन्होंने प्रत्येक बच्चे को स्कूल भेजने का संकल्प लेने का आव्हान किया। श्री चौहान ने स्वर्णिम मध्यप्रदेश के लिये सभी से सक्रिय रूप से सहयोग करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज श्योपुर में ‘स्कूल चलें हम’ अभियान और ‘आओ बनायें अपना मध्यप्रदेश” समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 8 करोड़ की लागत के 12 निर्माण/विकास कार्य का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस मौके पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुश्री कुसुम सिंह महदेले, सांसद श्री अनूप मिश्रा, विधायक श्री दुर्गालाल विजय भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक बच्चे का शिक्षित होना जरूरी है। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से वंचित और गरीब बच्चों का स्कूल में प्रवेश करवाने के लिये एकजुट होकर कार्य करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अशिक्षा से परिवार ही नहीं, बल्कि देश के विकास की गति भी प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। गरीब बच्चों के शिक्षण, गणवेश, आवास की व्यवस्था राज्य सरकार ने की है। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि कक्षा एक से 12 तक नि:शुल्क शिक्षा, पाठ्य-पुस्तक, गणवेश, साइकिल और छात्रवृत्ति दी जा रही है। राज्य में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सरकारी गारंटी पर बैंकों से शिक्षा ऋण दिलवाया जा रहा है। बारहवीं कक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को राज्य सरकार की ओर से लेपटॉप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्कूली छात्राओं का रोली-चंदन का तिलक लगाकर एवं पुष्प-माला पहनाकर स्वागत किया।

जाति प्रमाण-पत्र स्कूल में ही बनेंगे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बार जाति प्रमाण-पत्र स्कूल में ही बनाये जाने की व्यवस्था की गई है। पालकों को केवल शपथ-पत्र देना होगा। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण-पत्र बनाने संबंधी शिकायत पर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

कार्यपालन यंत्री को हटाया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्योपुर प्रवास के दौरान आदिवासी क्षेत्रों में पेयजल की समस्या का निराकरण नहीं करने की शिकायत मिलने पर मंच से ही पी.एच.ई. के कार्यपालन यंत्री श्री एन.आर. गोडिया को श्योपुर से हटाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी अच्छा काम करेंगे उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा और जो अधिकारी योजनाओं में ढिलाई बरतेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।