मध्यप्रदेश में पंजाब, गुजरात से ज्यादा दूध उत्पादन का प्रयास..

सुश्री कुसुम महदेले द्वारा विभागीय अधिकारियों से चर्चा

भोपाल : शुक्रवार, दिसम्बर 27, 2013, 17:32 IST

पशुपालन, मत्स्य-विकास, उद्यानिकी, खाद्य प्र-संस्करण, पीएचई, विधि और विधायी कार्य मंत्री सुश्री कुसुम महदेले ने आज पीएचई विश्राम गृह में अपने विभागों के प्रमुख सचिव, सचिव और संचालकों से विभागीय गतिविधियों के संबंध में चर्चा की।

सुश्री कुसुम महदेले ने कहा कि मध्यप्रदेश में वैसे तो दुग्ध उत्पादन पहले से दुगना हो रहा है, लेकिन पंजाब एवं गुजरात से भी ज्यादा दुग्ध उत्पादन प्रदेश में किया जायेगा। पशुपालन की गतिविधियों में भी विस्तार होगा, ताकि किसानों को इसका फायदा मिल सके। सुश्री महदेले ने कहा प्रदेश के सभी अंचल में उद्यानिकी की योजनाएँ समान रूप से एक साथ चलनी चाहिये। आम किसान भी अपनी आमदनी बढ़ाने के लिये उद्यानिकी में रुचि ले, ऐसे प्रयास भी होंगे।

सुश्री कुसुम महदेले ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें जो विभाग सौंपे हैं, उसका सीधा संबंध आम आदमी से जुड़ा है। ऐसी कोशिश होगी कि इन विभागों का अधिकाधिक उपयोग आमजन के हित में हो। इन विभागों की विशिष्ट पहचान भी बनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी के तहत औषधीय पौधों का अधिक उत्पादन करवाया जायेगा।

मत्स्य-विकास विभाग की समीक्षा करते हुए सुश्री महदेले ने कहा कि गरीब मछुआरों को उनका वास्तविक हक मिलना चाहिये। मत्स्य-विकास विभाग में ठेकेदारी एवं नीलामी जैसी व्यवस्था को पुन: प्रारंभ नहीं होने दिया जायेगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि दूरस्थ बसे ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल के माकूल प्रबंध हों, लोगों को पीने के पानी के लिये यहाँ-वहाँ न भटकना पड़े। उन्होंने जल विकास निगम की गतिविधियों की जानकारी भी ली। प्रमुख सचिव विधि एवं विधायी (निर्वाचन) श्री जयदीप गोविंद ने उन्हें निर्वाचक नामावली के शुद्धिकरण तथा मतदाताओं के नाम जोड़ने आदि गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। सुश्री महदेले ने बताया कि वे एक जनवरी के बाद अपने सभी विभागों की वन-टू-वन विस्तृत समीक्षा करेंगी।

बैठक में श्री जयदीप गोविंद के अलावा पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव श्री प्रभांशु कमल, उद्यानिकी विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती कंचन जैन, विधि-विधायी कार्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री के.डी. खान, पीएचई के सचिव श्री एस.के. मिश्रा, दुग्ध महासंघ की प्रबंध संचालक श्रीमती सुधा चौधरी, संचालक पशु चिकित्सा डॉ. आर.के. रोकड़े, संचालक मत्स्य-पालन डॉ. यू.के. पुरोहित और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।