‘गुंडे

Plot: वेलेन्टाइन डे के खास मौके पर यशराज बैनर की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘गुंडे’ रिलीज हुई

वेलेन्टाइन डे के खास मौके पर यशराज बैनर की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘गुंडे’ रिलीज हो गई है। फिल्म में रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर और प्रियंका चोपड़ा लीड रोल में हैं। अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज तो हो गई है, लेकिन कोई खास छाप छो़ड़ने में नाकामयाब रही है।

फिल्म की कहानी

‘गुंडे’ ऐसे दो अनाथ बच्चों (बिक्रम यानी रणवीर सिंह और बाला यानी अर्जुन कपूर) की कहानी है, जिन्हें परिस्थितियों से मजबूर होकर गुंडा बनना पड़ता है। जब उन्हें 12 साल की उम्र में जिंदगी बचाने के लिए पहली बार भागना पड़ा, तब दुनिया ने उन्हें रिफ्यूजी कहा। बात साल 1971 के आसपास की है, जब बांगलादेश के वार के दौरान उन्हें दौड़ते-भागते कोलकाता आना पड़ा। देखते ही देखते दोनों कोलकाता के सबसे बड़े गुंडे बन गए।

वैसे, फिल्म की कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब इन दोनों के खिलाफ सरकार के पास कोई ठोस सबूत नहीं होता। एसीपी सत्यजीत सरकार यानी इरफान खान को गुंडों को पकड़ने के लिए भेजा जाता है। इधर, विक्रम और बाला की मुलाकात कैबरे डांसर नंदिता (प्रियंका चोपड़ा) से होती है। पहली नजर में दोनों नंदिता को दिल दे बैठते हैं।

एक तरफ दोनों गुंडे प्यार में डूबे हुए हैं, तो दूसरी ओर इनके खिलाफ एसीपी सबूत इकट्ठा करे रहे हैं। प्यार, दोस्ती और मारधाड़ के साथ फिल्म एंड तक पहुंचती है।

फिल्म में एसीपी यानी इरफान गुंडों को पकड़ पाते हैं या नहीं और नंदिता दोनों गुंडो में से किसकी होती है, यह जानने के लिए आपको सिनेमाघर का रुख करना होगा।

एक्टिंग

एक्टिंग की बात करें तो अर्जुन और रणवीर दोनों की ही फिल्म में कोई खास केमिस्ट्री देखने को नहीं मिली है। दोनों ने फिल्म में अपने रोल को सिर्फ निभाया है। हां, कहीं-कहीं पर दोनों ने अच्छी एक्टिंग जरूर की है। प्रिंयका चोपड़ा ने किसी फिल्म में पहली बार कैबरे डांसर का रोल प्ले किया है। यहां पीसी की एक्टिंग और खासकर उनका अंदाज दर्शकों को उनकी ओर अट्रैक्ट करता है। हमेशा की तरह इस बार भी इरफान ने अपने रोल को बखूबी निभाया है।

म्यूजिक

‘गुंडे’ का म्यूजिक ठीक-ठाक है। फिल्म का म्यूजिक सोहेल सेन ने कम्पोज किया है, जबकि लिरिक्स हैं इरशाद कामिल के। फिल्म के सभी भी गानों में ‘तूने मारी एंट्रियां’ सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। रणवीर-अर्जुन का ब्रोमांस दिखाते फिल्म के दो सॉन्ग ‘जश्न-ए-इश्क’ और टाइटल सॉन्ग भी अच्छे हैं। हालांकि, फिल्म का सैड सॉन्ग ‘साइयां’ और रोमांटिक सॉन्ग ‘जिया’ छाप छोड़ने में सफल नहीं रहे हैं। वहीं, फिल्म में प्रियंका का कैबरे नंबर आपको झूमने पर मजबूर कर सकता है।

निर्देशन

‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ के बाद अपनी दूसरी डायरेक्टोरियल वेंचर में अली अब्बास जफर अपनी पकड़ नहीं बना पाए हैं। फिल्म का डायरेक्शन फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी लगता है। हालांकि, अली ने रणवीर, अर्जुन और प्रियंका तीनों ही सितारों से खासी मेहनत करवाई है, लेकिन वो मेहनत रंग लाएगी या नहीं, कहना मुश्किल है।

कुल मिलाकर कहा जाए तो इस वीकेंड अगर आप फ्री हैं तभी इस रोमांटिक और एक्शन मूवी को देखें। अगर आप खास प्लान बनाकर मूवी को देखना चाहते हैं तो शायद आप निराश हो सकते हैं।