एक गलती से हो सकता है पाइल्स और फिशर, उठना-बैठना होता है मुश्किल, बदलें लाइफस्टाइल नहीं तो पछताएंगे

Constipation Complications: कॉन्सटिपेशन यानी कब्ज़ बेहद कॉमन समस्या है और बहुत से व्यक्ति इस परेशानी से पीड़ित रहते हैं। हमारे घर में या फिर आसपास भी कब्ज सी समस्या से जूझते लोग आसानी से मिल जाएंगे। आमतौर पर कब्ज को कोई बीमारी नहीं माना जाता है और इसी वजह से लोग इस समस्या को लेकर लापरवाही बरतते हैं। हालांकि अगर लंबे वक्त तक कब्ज की समस्या होती है तो ये स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है। पुरानी कब्ज कई गंभीर परेशानियां पैदा कर सकती है, जिससे बाद में छुटकारा पाना बेहद मुश्किल हो जाता है।

हर कोई कभी न कभी कब्ज की समस्या से जूझा होगा। कई बार हैवी फूड खाने के बाद ये समस्या देखी जा सकती है। ये कोई फिक्र करने वाली बात नहीं है लेकिन अगर शरीर में लगातार कब्ज़ बनी रहे तो फिर चिंता करना जरूरी है। कब्ज दूर न करने की छोटी सी गलती बड़ी बीमारियों का आगाज कर सकती है। मायोक्लिनिक की रिपोर्ट के मुताबिक अगर कब्ज क्रोनिक हो जाए तो फिर पाइल्स, फिशर जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती है।

लंबी कब्ज से हो जाता है बवासीर, फिशर

कब्ज की समस्या को हल्के में लेना काफी भारी पड़ सकता है। अगर ध्यान न दिया जाए तो ये क्रोनिक कॉन्सिटिपेशन में तब्दील हो जाती है और इसके चलेत कई गंभीर बीमारियां हो सकती है। कब्ज के चलते होने वाली बीमारियों में बवासीर, फिशर भी शामिल हैं। ये बीमारियां बेहद दर्दनाक हो जाती हैं और इसके चलते मरीज का उठना-बैठना तक दूभर हो सकता है।

पाइल्स (Hemorrhoids) – कब्ज के चलते बॉवल मूवमेंट सही तरीके से नहीं हो पाता है और इस वजह से फ्रेश होने के लिए काफी जोर लगाना पड़ता है। ऐसे में एनस के आसपास की वेन्स में सूजन हो सकती है और ये पाइल्स यानी बवासीर की वजह बनती है। इस बीमारी में मरीज को असहनीय पीड़ा से गुजरना पड़ता है।

फिशर (Fissure) – लंबे वक्त तक कब्ज रहने से होने वाली बीमारियों में से एक है फिशर. बवासीर की तरह ही फिशर भी काफी दर्दभरी बीमारी है। इस बीमारी में एनस की जगह फट जाती है और फ्रेश होने के दौरान ये काफी दर्द पैदा कर देती है। ऐसे में इसका दर्द लंबे वक्त तक बना रहता है और मरीज का उठना-बैठना तक मुश्किल हो जाता है।

इन कारणों से हो सकती है क्रोनिक कब्ज

– उम्रदराज होना

– बॉडी ज्यादा वक्त तक डिहाइड्रेटेड रहना

– लो फाइबर वाला भोजन करना

– शारीरिक कार्य न करना

– लंबे वक्त तक आराम करना

– किसी अन्य बीमारी के मेडिकेशन के चलते

– डिप्रेशन, ईटिंग डिसऑर्डर की वजह से

कब्ज दूर करने के लिए करें ये काम

– फलियां, सब्जियां, फल, साबुत अनाज जैसे हाई फाइबर से भरपूर फूड डाइट में करें शामिल.

– प्रोसेस्ड फूड्स, डेयरी और मीट प्रोडक्ट्स से बना लें दूरी.

– दिनभर में खूब सारा पानी पिएं.