छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र खतरे में: टी.एस. सिंहदेव…

रायपुर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल से सीबीआई की पूछताछ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव ने कहा है, कि परिवर्तन यात्रा कार्यक्रम की क्या छत्तीसगढ़ सरकार को जानकारी नहीं थी? 25 तारीख को कांग्रेस के कार्यक्रम के पहले जो सीबीआई जांच हो रही है ये 10 दिन पहले क्यो नहीं पूछा जा सकता था, या 4 दिन बाद क्यो नहीं पूछा जा सकता था? भारतीय जनता पार्टी के शासन तंत्र में चाहे देश में हो चाहे छत्तीसगढ़ में हो जो उनके खिलाफ खड़ा होता है, भाजपा के कुशासन के खिलाफ आवाज बुलंद करता है, तुरंत ईडी पहुंच जाती है। कर्नाटक में सरकार बनाने की बात हो रही थी तो ईडी को भेजा गया कांग्रेस नेताओं के घर में घुस के जांच करने के लिये, दबाव बनाने के लिये और वहीं तंत्र चाहे आप की सरकार हो दिल्ली में, कोई भी भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा के विरूद्ध खड़े होने की मानसिकता दिखाता है उसके उपर दबाव बना के उसकी आवाज को शांत करने का प्रयास हो रहा है। ये प्रजातंत्र में न तो कभी हुआ न ही सफल होगा और जनप्रतिनिधियों का हो रहा है अपमान कर्नाटक से भाजपा के हथकंडो और साजिशो समापन की समाप्ती की शुरूआत हो गयी है।
जन प्रतिनिधीयों का अपमान स्वीकार्य नही टी.एस. सिंहदेव…
 
मोहला विधायक तेज कुंवर नेताम के साथ सीईओ द्वारा दुव्र्यवहार की कड़ी निंदा करते हुये नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव ने कहा है कि विधायक तेज कुंवर नेताम गर्मी के महिने में अपने क्षेत्र वासियों के लिये हेंडपम्प लगवाने की बात करने गयी थी और बेहद शर्मनाक और बेहद आपत्तिजनक वाक्या वहां हुआ कि सीईओ ने उनका हाथ पकड़ लिया। विकास की बात की जाती है पर विकास के काम जनप्रतिनिधी बताते है तो अधिकारी विधायको का अपमान करते है। यह प्रशासनिक आतंकवाद है। एक महिला विधायक का हाथ पकड़ा, एक अनुसूचित जनजाति जनप्रतिनिधी का हाथ पकड़ा और ये स्वीकार नहीं है मैने मुख्य सचिव से बात की है, कमीश्नर, और कलेक्टर से बात की है, मुख्यमंत्री से भी बात करता पर वे हेलीकाप्टर में बैठ गये थे, उनसे भी बात करूगां। छत्तीसगढ़ में ऐसा आचरण स्वीकार नहीं है। तत्काल दोषी पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिये और उचित न्याय होना चाहिये। निर्वाचित आदिवासी समाज की महिला जनप्रतिनिधियो का ऐसा अपमान स्वीकार नही किया जा सकता।