तेज हवा के सात आ सकता है तूफान… तेज हवा-बारिश के साथ आएगा चक्रवाती तूफान आसनी, इस हिस्से में सभी स्कूल-कॉलेज बंद

नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में पिछले कुछ दिन से बना निम्न दबाव का क्षेत्र आज प्रबल होने की संभावना है और चक्रवातीय तूफान आसनी के आने की पूरी आशंका है। इसे देखते हुए अंडमान और निकोबार प्रशासन ने 21 मार्च यानी आज से एहतियात के तौर पर केंद्र शासित प्रदेश के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया है। द्वीपों के कुछ हिस्सों में दोपहर से ही भारी बारिश शुरू हो गई है। प्रशासन ने फोरशोर सेक्टर में जागीरदारों के सभी निर्धारित नौकायन को भी रद्द कर दिया है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंज्य महापात्र ने रविवार को कहा कि चक्रवात ‘आसनी’ के अंडमान द्वीप समूह से म्यांमा और दक्षिणी बांग्लादेश तट की ओर बढ़ने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि चक्रवात के अंडमान द्वीप समूह से टकराने का अनुमान नहीं है। IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में ‘कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण 21 मार्च तक 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवाती तूफान आने की संभावना है। बाद में इसकी रफ्तार 90 किमी प्रति घंटे तक तेज हो सकती है।

इस बीच, यूटी में तैनात एनडीआरएफ की टीमों ने एहतियात के तौर पर संवेदनशील क्षेत्रों में गिरे पेड़ों को रास्तों से हटा दिया है और उन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सचेत करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया है। अरक्कोनम बेस पर 18 मार्च को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की चार बटालियन की पांच टीमों को पोर्ट ब्लेयर के लिए एयरलिफ्ट किया गया था और एनडीआरएफ कर्मियों को सभी जरूरी उपकरणों के साथ खोज और बचाव कार्य करने के लिए तैनात किया गया था।

आईएमडी द्वारा जारी एक विशेष बुलेटिन के अनुसार, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे लगे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना दबाव 12 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर व उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा तथा रविवार को शाम 5.30 बजे उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर केंद्रित रहा। आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि इसके अगले 12 घंटों के दौरान गहरे दबाव के क्षेत्र में और बाद के 12 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है।

जारी किए हेल्पलाइन नंबर

तूफान को ध्यान में रखते हुए मछली पकड़ने, पर्यटन और शिपिंग गतिविधियों को रोक दिया गया है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे कुछ और दिनों तक समुद्र में न जाएं। थलसेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक दलों को भी आने वाले चक्रवात के मद्देनजर सतर्क किया गया है। यात्रियों को हेल्पलाइन नंबर : 03192245555/232714 या टोल फ्री नंबर 1-800-345 2714 से अपडेट प्राप्त करने की सलाह दी है। जरूरत पड़ने पर केंद्रीय मंत्रालय केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन की मदद के लिए तैयार है।