छत्तीसगढ़ः रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारी से तीन लाख की ठगी, और पुलिस ने लौटाए मात्र एक लाख रुपये, क्यों..?

बिलासपुर के तोरवा थाना क्षेत्र में रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारी से तीन लाख 25 हजार रुपये की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। जिसकी तत्काल शिकायत होने पर साइबर टीम ने पीड़ित के एक लाख रुपये वापस कराए और शेष रकम के लिए पुलिस ने जुर्म दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। गुरूनानक चौक के पास रहने वाले पीके राय रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उनके मोबाइल पर इंटरनेट धीरे चल रहा था। 15 जुलाई को उनकी बेटी ने इंटरनेट से मोबाइल कंपनी का कस्टमर केयर नंबर निकालकर फोन किया। अपनी समस्या बताने के बाद उन्होंने फोन काट दिया।

इसके कुछ ही देर बाद उनके मोबाइल पर दूसरे नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को मोबाइल कंपनी का अधिकारी बताते हुए समस्या का समाधान करने की बात कही। इसके लिए उसने एनीडेस्क एप मोबाइल पर डाउनलोड करने कहा। साथ ही ओटीपी नंबर पूछ लिया। इसके बाद उसने पांच रुपये बताए खाते में डालने के लिए कहा। रिटायर्ड कर्मचारी ने पांच रुपये जालसाजों के खाते में ट्रांसफर कर दिए।

इसके कुछ ही देर बाद उनके खाते से तीन लाख 25 हजार रुपये निकाल लिए गए। इसकी जानकारी होने पर उन्होंने तत्काल इसकी शिकायत तोरवा थाने में की। जिसके बाद पुलिस ने साइबर क्राइम पोर्टल में इनकी शिकायत दर्ज की। तोरवा पुलिस की कार्रवाई में पीड़ित के एक लाख रुपये 16 जुलाई को वापस मिल गए। वहीं, शेष दो लाख 25 हजार के लिए पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।