आखिरकार मोदी ने वाराणसी मे की गंगा आरती, काशी विश्वनाथ के भी किए दर्शन

वाराणसी

 

  • भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी रहे साथ..
  • मोदी के खास सिपेसलाहकार अमित साह भी रहे मौजूद

 

लोकसभा चुनाव के नतीजो मे एक नया अध्याय दर्ज कराने वाले और देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर बाद वाराणसी पहुंचे। मोदी के पहुचंने से पहले ही समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ा हुआ था। मोदी के साथ पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी मौजूद हैं। मोदी विशेष विमान से लगभग 5 बजे बाबतपुर हवाई अड्डे पहुंचे और फिर वहां से हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन पहुंचे। मोदी के साथ उनके खास और यूपी प्रभारी अमित शाह भी मौजूद थे।

नरेंद्र मोदी ने पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना की। इस दौरान पंडितों ने मंत्रोच्चार के बीच रूद्राभिषेक सम्पन्न करवाया। इसके बाद उन्होंने दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में हिस्सा लिया। मोदी के पहुचंने से पहले ही समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ा हुआ था। जिस रास्ते से होकर मोदी का काफिला गुजरा उन इलाकों में बीजेपी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ लगी हुई थी।

मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए पूरे बनारस में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। काशी विश्वनाथ मंदिर में पहले से मौजूद 11 पंडितों ने मोदी और राजनाथ को पूजा अर्चना कराई। इसके बाद सभी पुलिस लाइन से कचहरी, आंध्रापुल, सम्पूर्णानंद, लहुराबीर, कबीरचौरा और मैदागिन होते हुए मोदी छतरद्वार से मंदिर पहुंचे।पुलिस लाइन में मोदी का स्वागत प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और क्षेत्रीय अध्यक्ष लक्ष्मणाचार्य ने किया। तय कार्यक्रम के मुताबिक मोदी पुलिस लाइन से सीधे विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। इसके बाद मोदी ने घाट पहुंचकर गंगा पूजन किया और फिर उनका काफिला गंगा आरती के लिए दशाश्वमेध घाट पहुंच गया। मोदी यहां गंगा आरती में हिस्सा लिया। यहां पर भारी भीड़ उमड़ी हुई थी।

बनारस के दशाश्वमेध घाट पर पैरा मिलिट्री फोर्सेस ने सुरक्षा को अपने हाथों में लिया था। बीएसएफ की कंपनी घाट पर सुरक्षा के इंतजाम में लगी थी। घाट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए। घाट पर जल पुलिस की भी तैनाती की गई। गौरतलब है कि कि नरेंद्र मोदी ने वडोदरा के अलावा वाराणसी से भी चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई है। वाराणसी में नरेंद्र मोदी के खिलाफ आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, और कांग्रेस के अजय राय से उनका मुख्य मुकाबला था, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई।