भूपेश सरकार किसान विरोधी सरकार हैं, धान खरीदी के बाद ये घोषणा केवल लॉलीपॉप हैं…

अनिल उपाध्याय/सीतापुर..भूपेश सरकार द्वारा प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी की घोषणा पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए प्रदेश मंत्री भाजपा किसान मोर्चा अनिल अग्रवाल ने कहा कि, यह केवल छलावा मात्र हैं। भूपेश सरकार को किसानों की इतनी ही चिंता थी तो इसी साल किसानों का 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदना चाहिए था। धान खरीदी बंद होने के बाद यह घोषणा यह जाहिर करता हैं कि, प्रदेश सरकार किसान विरोधी सरकार हैं। उन्होंने कहा कि, अगले साल धान खरीदी के दौरान चुनाव भी होना हैं। ऐसी स्थिति में अगर सरकार बदल गई तो फिर प्रदेश सरकार की घोषणा धरी की धरी रह जायेगी। किसानों के धान का एक एक दाना खरीदने का दावा करने वाली भूपेश सरकार ने खरीदी से पूर्व किसानों को खूब परेशान किया। सरकार के इशारे पर अधिकारियों ने किसानों का रकबा जितना हो सका उतना कम किया। ताकि सरकार किसानों का धान कम से कम खरीद सके। किसानों ने रकबा कटौती का काफी विरोध भी किया था पर सरकार ने अनसुना कर दिया।

वहीं, सरकार आज किसानों का प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने की घोषणा कर किसानों के साथ छल कर रही हैं।प्रदेश के किसान भी इस बात को समझ चुके हैं। समय आने पर किसान इसका बदला लेंगे और आगामी चुनाव में किसान विरोधी सरकार को उखाड़ फेकेंगे। जो सरकार किसानों को बोनस राशि का पूरा भुगतान नहीं कर पाई हैं। धान खरीदी के बाद प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी की घोषणा सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करती हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा किसान मोर्चा समय आने पर सरकार के इस दावे की पोल खोल अभियान चलाएगी और किसान विरोधी सरकार की मंशा से किसानों को अवगत करायेगी।