केरल बना युवाओं का ग्लोबल प्लेटफार्म

जोश और जुनून हो तो भला क्या नहीं किया जा सकता है, एसा ही कुछ कर दिखाया है दो हजार युवाओं ने। इन्होंने दो साल में 650 आईटी कंपनियां बनायी हैं। इनमें से कुछ पढ़ाई पास कर चुके हैं तो कुछ पढ़ाई करते हुए ही अपनी कंपनी के मालिक बन चुके हैं।

दरअसल कोच्चि का इंडस्ट्रियल एरिया वो मुकाम हासिल कर रहा है जो अमेरिक के सेन फ्रांसिस्को शहर के पास है। सेन फ्रांसिस्को को सिलिकान वैली कहा जाता है। कोच्चि के क्रिन्फा  हाइटेक पार्क में स्थित एक पांच मंजिला इमारत पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींच रही है। चौबीस घंटे इसकी चार मंजिलों में सैकड़ों युवा अपने लैपटाप पर व्यस्त रहते हैं। वे सभी उन 70 कंपनियों के लिए काम कर रहे हैं जो उन्होंने खुद  बनायी है। इस इमारत का नाम स्टार्टअप विलेज है। स्टार्टअप विलेज पांच  सीनियर युवाओं की पहल से बना प्लेटफार्म है जिसमें नौकरी देने की बजाए अपनी सोच, सूझबूझ और आइडियाज पर इनोवेशन का मौका दिया जाता है।

इस इमारत में जगह की कमी के चलते इससे जुड़ी हुयी एसी ही 650 कंपनियां पूरे केरल मे संचालित हो रही हैं। इन कंपनियों के दो हजार मालिक वो युवा हैं जिन्होंने हाल ही में इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। हैरान करने वाली बात ये है कि इनमें से 200 से ज्यादा कंपनियों एसे युवाओं की है जो अभी पढ़ ही रहे हैं। इन युवाओं या फिर कहें कि कंपनियों के मालिकों की औसत उम्र महज 22 साल है।

इस नेटवर्क से जुड़े युवा अपनी कंपनियों के जरिए कम्प्यूटर और मोबाइल फोन के लिए नए एप्प और गेम डिजाइन कर रहे हैं। इनके प्रोडक्ट पूरे दुनिया में छा रहे हैं और इनकी मांग लगातार बढ़ रही है।