कोरोना की वैक्सीन का सफल ह्यूमन ट्रायल..अमेरिकी कंपनी ने किया दावा.. कोरोना को कर सकता है निष्क्रिय, जल्द दवा आने की उम्मीद

फ़टाफ़ट डेस्क. इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है.. कई देशों को मिलाकर अब तक 48.94 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. इस खतरनाक वायरस के लिए दवा या वैक्सीन कब तक आएगी सारी दुनिया इस बात का इंतजार कर रही है.

लेकिन, अब इस दिशा में अच्छी खबर आई है.. और एक अमेरिकी कंपनी ने कोरोना वायरस के ह्यूमन ट्रायल को लेकर दावा किया है. जिसके बाद उम्मीद जताई जा रही है.. कि जल्द इसकी दवा बाजार में आ जाएगी.

अमेरिका की फार्मा कंपनी मॉडर्ना ने कोरोना वैक्सीन बनाने की उम्मीदें बढ़ा दी हैं.. क्योंकि इसने दावा किया है कि इसने कोरोना की वैक्सीन का कुल 45 लोगों पर क्लिनिकल ट्रायल या ह्यूमन ट्रायल किया है. जो कि सफल रहा है. अमेरिका के सिएटल में वॉलेंटियर्स के 08 समूहों पर ये ह्यूमन ट्रायल किया. इसका परीक्षण जिन लोगों पर किया गया उनके शरीर में इस वैक्सीन के जरिए एंटीबॉडी बन रही हैं. जो वायरस के हमले से लड़ने में सक्षम साबित हो रही हैं.

मॉडर्ना ने ये भी बताया है कि ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल के शुरुआती नतीजे पॉजिटिव आए है.. और इसके बाद जुलाई में वैक्सीन के ट्रायल का तीसरा चरण शुरू किया जाएगा.

गौरतलब है कि मॉडर्ना कंपनी जनवरी से इस वैक्सीन के डेवलपमेंट पर काम कर रही है.. और इसके लिए कहा जा रहा है कि इसने वैक्सीन के लिए जरूरी जेनेटिक कोड हासिल किए.. और उसका इंसानों पर ट्रायल करने का सफर बहुत कम दिनों में पूरा कर लिया.

इस ह्यूमन ट्रायल के लिए जिन 45 लोगों पर परीक्षण किया गया था. उन्होंने दवाई के जरिए कोरोना के खिलाफ अच्छी प्रतिरोधक क्षमता को दिखाया.. और इसी के आधार पर कहा गया है कि वैक्सीन का इस्तेमाल मनुष्यों पर करने के लिए बिलकुल सुरक्षित है.

जिस तरह किसी भी आम वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं उसी तरह इस कोरोना की ट्रायल वैक्सीन के भी कुछ साइड इफेक्ट्स रहे. लेकिन कंपनी के मुताबिक ये ज्यादा गंभीर नही रहे. ये आम लक्षण थे. जैसे इंजेक्शन लगाने के बाद आस-पास की त्वचा चाल होना.