मारी गई दुनिया की सबसे खतरनाक महिला आतंकी ‘ह्वाइट विडो’?

लुहांस्क

दुनिया में ‘ह्वाइट विडो’ के नाम से कुख्यात ब्रिटिश महिला आतंकवादी समांथा ल्यूथवेट को मार गिराने का दावा किया गया है। शुक्रवार को मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि एक रूसी जासूस ने समांथा को यूक्रेन में गोली मार दी।

ज्ञात हो कि इंटरपोल ने केन्या सरकार के अनुरोध पर गत सितंबर में समांथा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। हालांकि, समांथा के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक लुगांस्क मिलिशिया के पास समांथा की कथित हत्या की कोई सूचना नहीं है।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक समझा जाता है कि चार बच्चों की मां और 30 वर्षीया समांथा सीरिया में आईएसआईएस के साथ मिलकर लड़ती आ रही थी और दो सप्ताह पहले उक्रेन में उसे गोली मार दी गई। समाचार एजेंसी तास के मुताबिक ऐसा लगता है कि समांथा उक्रेनियन बटालियन की तरफ से एक स्नाइपर के रूप में लड़ाई लड़ रही थी।

समांथा को मारने के बाद रूसी स्नाइपर को मारने वाले को यूक्रेनी स्पेशल सर्विसेज ने 10 लाख डॉलर का इनाम देने की घोषणा की है।

पिछले साल नैरोबी के मॉल में हुए आतंकवादी हमले में भी समांथा की भूमिका संदिग्ध है।

एक रिपोर्ट के अनुसार समांथा ने साल की शुरुआत में आईएसआईएस से नाता जोड़ लिया था और वह उसकी सबसे ताकतवर महिला बन गई थी। आरोप है कि उसने सीरिया में महिलाओं को आत्मघाती धमाके करने का प्रशिक्षण दिया था। उस पर आरोप है कि उसने केन्या के मोम्बासा शहर में यूरो कप 2012 के दौरान मैच देख रहे लोगों पर ग्रेनेड हमला किया था। इसमें उसके साथ दो आदमी और थे। इस हमले में तीन लोग मारे गए थे।

समांथा ल्यूथवेट का जन्म नॉर्दर्न आयरलैण्ड में हुआ था। उसे दुनिया की सबसे खतरनाक महिला आतंकवादी माना जाता है। लंदन में सात जुलाई 2005 को लंदन में आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाले जर्मेन लिंडसे की पत्नी है। इस आत्मघाती हमले में 52 लोग मारे गए थे। वह 2009 में ब्रिटेन छोड़कर अफ्रीका चली गई थी। इसके बाद काफी दिनों उसकी कोई जानकारी नहीं मिली थी। 2011 में उसके बारे में जानकारी सामने आई कि वह सोमालियाई आतंकी संगठन अल शबाब से जुड़ गई है।