रकम दोगुना करने के नाम पर करोड़ों रुपये लेकर फ़रार होने वाले चिटफंड कंपनी के दो डायरेक्टर गिरफ्तार… अब भेजे गये जेल

अम्बिकापुर। शहर के उर्सुलाइन स्कूल के पास वर्ष 2009 से 2015 तक संचालित बीएन गोल्ड रियल एस्टेट एवं एलाइड चिटफंड कंपनी के 02 डायरेक्टर रकम दोगुना करने के नाम पर निवेशकों का 09 करोड़ 82 लाख रुपए लेकर फरार हो गए थे। निवेशकों की रिपोर्ट पर शहर की गांधीनगर पुलिस को उनकी तलाश थी।

इसी बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक को बिलासपुर के मस्तुरी थाना क्षेत्र तथा दूसरे को कोरबा से गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस अन्य आरोपियों की खोजबीन में जुटी है।

जानकारी के अनुसार अम्बिकापुर शहर में उर्सु लाइन स्कूल के पास वर्ष 2009 से 2015 तक बीएन गोल्ड रियल एस्टेट एवं एलाइड चिटफंड कंपनी संचालित थी। कंपनी के डायरेरक्टर्स सहित कई लोग कार्यरत थे। सभी ने संभाग में जाकर लोगों को काफी कम समय में रकम दोगुना करने का झांसा दिया।

कंपनी के झांसे में आकर 5806 निवेशकों ने रुपए दोगुना करने के लिए कुल 09 करोड़ 82 लाख 84 हजार 816 रुपए जमा किया था। इसके बाद से कंपनी द्वारा निवेशकों को रुपए वापस करने में आना कानी करने लगी। शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन की टीम ने वर्ष 2015 में कंपनी के खिलाफ कार्रवाई कर दफ्तर बंद कर दिया था।

वहीं जिला प्रशासन के निर्देश पर गांधीनगर थाने में कंपनी के डायरेक्टर्स व कर्मचारियों के खिलाफ 420, 34, आईपीसी 4, 5 चिट फंड अधिनियम की धारा 10 अपराध दर्ज किया गया था।

पुलिस अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही थी। गांधीनगर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। एसपी के निर्देश पर गांधीनगर टीआई ने गिरफ्तारी के लिए टीम को रवाना किया था।

पुलिस टीम 17 जुलाई को कंपनी के डायरेक्टर बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम मल्हार निवासी 55 वर्षीय चैतराम केवट पिता रामप्रसाद व कोरबा जिले के कोथरी निवासी 55 वर्षीय गोपाल दास मानिकपुरी पिता मथुरा दास को गिरफ्तार कर अंबिकापुर लाई।

पुलिस ने दोनों आरोंपियों को कार्रवाई कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। इस मामले में पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। वहीं पुलिस को जानकारी मिली है कि कंपनी के एक डायरेक्टर कोरबा जिले के मानिकपुर निवासी 52 वर्षीय संतोष दास की मौत वर्ष 2011 में हो गई है।