शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए शिक्षिका अनिता तिवारी चुनी गई हमर नायक…


सीतापुर(अनिल उपाध्याय)। कोरोना संकटकाल में विभिन्न प्रकार के नवाचारों के माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय ढेलसरा की शिक्षिका एलबी अनिता तिवारी को छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग के पोर्टल में हमर नायक के रूप में स्थान मिला है।

कोरोना काल मे बच्चो को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पोर्टल के माध्यम से “पढ़ई तुहर दुआर” कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसमे नवाचार के जरिये शिक्षकों एवं बच्चो के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जाती है।इस पोर्टल के जरिये नवाचार के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षक एवं बच्चो को हमर नायक के रूप चयनित किया जाता है।

इस संबंध में अनिता तिवारी ने बताया कि कोरोना काल जैसी विषम परिस्थितियों में भी उनके द्वारा सतत रूप से बच्चो को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए ऑनलाइन कक्षा,मोहल्ला कक्षा,लाउडस्पीकर कक्षा,मिस कॉल गुरुजी,व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से जोड़े रखने का प्रयास किया।विगत वर्ष क्षेत्र भ्रमण पर आए प्रदेश के शिक्षा सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने श्रीमती तिवारी द्वारा संचालित मोहल्ला क्लास का निरीक्षण किया था और सफल संचालन के लिए इनकी सराहना की थी।

हमर नायक के रूप में चयन होने से उत्साहित अनिता तिवारी ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य के बदले जो सम्मान उन्हें मिला है इससे उन्हें जो गर्व की अनुभूति हुई है इसके लिए वो अपने मार्गदर्शक अधिकारी,शाला परिवार एवं छात्र-छात्राओं को इसका श्रेय देती है। उन्होंने बताया कि उनके अभी तक के कार्यकाल में कोरोना काल एक चुनौती भरा स्वर्णिम समय रहा।

इस दौरान उन्होंने स्वयं एवं बच्चो का बेहतर आँकलन कर आवश्यक गतिविधियों का उपयोग किया जिसका लाभ बच्चो को मिला। दूसरे सत्र की शुरुआत भी पालक संपर्क,घर-घर पुस्तक वितरण,आमाराइट असाइनमेंट,फोनकॉल संपर्क,व्हाट्सऐप ग्रुप में पढ़ाई सहित अन्य नवाचारी गतिविधियों के साथ मोहल्ला क्लास शुरू किया गया।

जहाँ सौ दिन सौ कहानियां,सृजनात्मक कार्य, लेखन, वाचन मुख्य आकर्षण का केंद्र है जिसकी बदौलत इनके मुहल्ला क्लास की फोटो को छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग की ई-मासिक पत्रिका शिक्षा के गोठ के फ्रंट पेज एवं फोटो गैलरी में स्थान मिला है।

भविष्य में शिक्षिका अनिता तिवारी शिक्षा के क्षेत्र में इसी तरह का उल्लेखनीय कार्य करना चाहती जिससे बच्चें लाभान्वित हो सके।