
अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के अम्बिकापुर शहर के शंकर घाट मुक्तिधाम में शनिवार को एक हृदय विदारक और शर्मसार कर देने वाला दृश्य सामने आया। बारिश के बीच अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे एक परिवार को मुक्तिधाम में जगह नहीं मिल पाई, जिससे परिजन शव को गोद में लेकर घंटों वहीं बैठे रहे। इस अव्यवस्था ने न सिर्फ परिजनों को गहरे सदमे में डाल दिया, बल्कि पूरे बंग समाज में आक्रोश की लहर दौड़ा दी।
मृतक की पहचान सुभाष नगर साईं मंदिर के पास निवासी खगेन्द्र घरामी के रूप में हुई है, जिनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ था। परिजन उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए शाम लगभग 4 बजे शंकर घाट मुक्तिधाम पहुंचे, लेकिन वहां चितास्थल खाली होने के बावजूद अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं मिली। परिजनों ने बताया कि दो चिता स्थल खाली थे, फिर भी उन्हें रोक दिया गया।
बारिश के बीच शव को लेकर खुले में बैठे परिजनों की पीड़ा को देखना हर किसी के लिए भावुक कर देने वाला क्षण था। वहीं, मुक्तिधाम के चौकीदार ने सफाई देते हुए कहा कि व्यवस्थाओं की कमी और जगह की अनुपलब्धता के कारण यह स्थिति बनी।
घटना की जानकारी मिलने पर बंग समाज के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और नगर प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई। समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि यह केवल एक परिवार की नहीं, पूरे समुदाय की पीड़ा है।
फिलहाल प्रशासन ने व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया है, लेकिन यह सवाल छोड़ गया है। क्या किसी को अंतिम संस्कार जैसे पवित्र कर्म के लिए भी इंतजार करना पड़ेगा?