जनजातीय समाज को न्यायोचित अधिकार दिलवाना पहली प्राथमिकता- प्रबल प्रताप सिंह जूदेव

रायपुर : छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री व “एक गाँव एक मन्दिर” अभियान के प्रणेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने जनजातीय समाज के विकास में आ रही समस्याओं और बाधाओं के साथ ही समाज में केवल मात्रा त्रुटि के कारण आ रही जाति विसंगति के प्रमाण-पत्र न बनने को लेकर राष्ट्रीय जनजातीय आयोग के अध्यक्ष हर्ष चौहान से सौजन्य भेंट कर छत्तीसगढ़ के जनजातीय समाज के विकास में आ रही समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की।
भाजपा प्रदेश मंत्री ने बताया कि हर्ष चौहान की सकारात्मक सोच व समाज के प्रति समर्पण सीखने व प्रेरित करने वाला है।

हर्ष चौहान ने मध्यप्रदेश में समाज और पर्यावरण के लिए चलाए जा रहे उत्कृष्ठ “शिव गँगा प्रोजेक्ट” के कार्य के विषय में विस्तार से चर्चा की। इसी दौरान हर्ष चौहान ने बताया कि अविभाजित मध्यप्रदेश में स्व० दिलीप सिंह जूदेव के साथ जनजाति समाज एवं हिन्दुत्व के लिए हमने साथ कार्य किया है। उन्होंने स्व०कुमार दिलीप सिंह जूदेव को अद्भुत व्यक्तित्व निरूपित करते हुए उनके द्वारा विशेष रूप से जनजातीय समाज के लिए चलाए गए “ऑपरेशन घरवापसी अभियान” को साहसिक व राष्ट्रीय प्रेरणा बताते हुए कहा कि कुमार साहब राष्ट्र के प्रत्येक हिन्दू जनमानस में असीम ऊर्जा का संचार करते हुए उन सभी लोगों के प्रणेता हैं, जो हार मानकर निराश हो चुका है। उनका यह विलक्षण साहसिक अभियान अद्वितीय, अतूलनीय होने के साथ ही समूचे समाज को गर्व की अनुभूति कराने वाला है। मैं उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जिन्होंने आदिवासी समाज, देश, धर्म और हिन्दुत्व के लिए अपने जीवन का सर्वस्व समर्पित करते हुए प्राणों की आहूति दे दी।

चर्चा के अनुक्रम में अजजा आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने बताया कि छत्तीसगढ़ में विभिन्न जनजाति समाज का केवल मात्रा व लिपकीय त्रुटि के कारण जाति प्रमाणपत्र नहीं बन पा रहा है। जिसमें सुधार कराते हुए जल्द से जल्द जनजाति समाज को लाभ दिलाने की नितान्त आवश्यकता है। जिससे आदिवासी समाज के सभी वर्गों को समान रूप से लाभ मिले और अपने मौलिक अधिकार से निर्दोष आदिवासी वंचित न हों। जनजातियों को उनके अधिकारों व उनकी सुरक्षा तथा संरक्षण-संवर्धन लिए बनाए गए कानूनों की जानकारी के प्रसार व क्रियान्वयन के माध्यम से उनके शोषण को रोके जाने के लिए समिति बनाए जाने व छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में जनजातीय छात्रों के लिए छात्रावास की सीटों में वृद्धि की माँग भी भाजपा प्रदेश मंत्री द्वारा की गई। प्रबल प्रताप ने कहा कि हमारे इन सामूहिक प्रयासों से जनजातियों के धर्मांतरण को रोकने में भी बड़ी सहायता मिलेगी। इन प्रयासों को और बेहतर व सुगम करने के लिये सुझावों का आदान-प्रदान हुआ।
साथ ही जनजातीय अस्तित्व की रक्षा के लिए भविष्य की चुनौतियों, संभावनाओं एवं उसके कार्यान्वयन हेतु भविष्य में व्यापक रणनीति संयुक्त रूप से बनाने को लेकर भी संकल्प लिया गया।

अंत मे चर्चा के दौरान अजजा आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हर्ष चौहान ने स्व० कुमार दिलीप सिंह जूदेव जी के आदिवासी अस्मिता रक्षा हेतु किए अभियान को नमन् करते हुए जल्द ही छत्तीसगढ़ प्रवास तथा आदिवासियों के उत्थान हेतु सभी महत्त्वपूर्ण कदम शीघ्र उठाने की बात कही।