Chhattisgarh: राजभवन का दरबार और दिव्य दरबार दोनों में क्या है समान?राज्यपाल अनुसूइया उइके ने बताया, यहां पढ़िए



रायपुर. बागेश्वर महराज इन दिनों रायपुर में है और यही उन्होंने अपना दिव्य दरबार लगाया हैं, लगातार उनके दिव्य दरबार में चमत्कार को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं, बयानबाजी का क्रम भी चल ही रहा हैं इसी बीच राज्यपाल अनुसूइया उइके ने कहा – कोई व्यक्ति किसी की मदद करता हैं तो इसमें किसको ऑब्जेक्शन होनी चाहिए? मेरे पास भी राजभवन में हजारों लोग आते हैं, मैं उनकी समस्या सुनती हूँ और लोग कहते है राजनीति न करे, अब उनके बारे में क्या कहे? किसी की समस्या को लेकर उनका दुख सुनना, समाधान कर देना, कौन सी बड़ी चीज हैं? जिसकी भगवान पर आस्था हैं जो विश्वास करता हैं, उसके मन मे ऐसा कुछ पैदा नही होना चाहिए, बिना किसी लालच लोभ के लोगो को सही मार्ग दिखाने का काम करता भगवान उनका कल्याण करते हैं।

बता दे कि राज्यपाल के इस बयान से राजभवन दरबार और महराज के दिव्य दरबार की तुलना साफ झलक रही हैं। राजभवन में भी हर वर्ग के लोग अपनी समस्या लेकर पँहुचते थे, राज्यपाल ने कभी किसी भी वर्ग समाज के लोगो से मिलने में कोताही नही बरती, बल्कि सभी की बात सुनी, लेकिन राजनीतिक बयानबाजी में उनके ऊपर उंगली उठी और इस क्रम को राजनीतिक करार दिया गया। वैसे ही बागेश्वर महराज के दिव्य दरबार में लोग अपनी परेशानी समस्या लेकर पँहुचते हैं और महराज का विरोध भी हो रहा।