पीसीसी ने संयुक्त बयान जारी करते हुए धान की बर्बादी के लिए भाजपा सरकार को बताया दोषी..

रायपुर

किसानों की गाढ़ी मेहनत और खून पसीने की कमाई से उगाया गया धान एवं जनता के खजाने से खरीदा गया धान भाजपा सरकार की लापरवाही से बर्बाद होने पर दुख और चिंता व्यक्त करते हुये पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व कृषि मंत्री डाँ. प्रेमसाय सिंह, डाँ. हरिदास भारद्वाज एवं कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने संयुक्त बयान में कहा है कि धान की बर्बादी करने वाली भाजपा सरकार किसानो के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की जनता की भी अपराधी है। तौलई, बोरा, भंडारण, परिवहन, कैप कवर खरीदी, पुराने कैप कवर को नया बताकर फर्जी भुगतान सामने के धान के स्टाक को कवर कर पीछे रखे धान को असुरक्षित छोड़ देना भाजपा सरकार द्वारा धान की बर्बादी के भ्रष्टाचार के जीते जागते उदाहरण है। अपनी लापरवाही और धान खरीदी में हुये भ्रष्टाचार छुपाने के लिए भाजपा सरकार ने लाखों टन धान खुले में असुरक्षित छोड़ दिया है, परिणामस्वरूप धान खुले में सड़कर खराब हो रहा है। प्रदेष में वास्तविक पैदावार से ज्यादा धान की खरीदी की जाती है। प्रदेष में खेती का रकबा कम हो गया लेकिन धान की खरीद प्रतिवर्ष बढ़ायी जा रही है। इस साल छत्तीसगढ़ के किसान की पैदावार लगभग 25 प्रतिषत तक कम हुई है इसके बावजूद सरकार के रिकार्ड में धान की खरीदी 10 लाख टन बढ़ी है। घोटालेबाजी और फर्जीवाड़े को छुपाने के लिये धान को असुरक्षित तरीके से खुले में सड़ने छोड़ दिया गया ताकि धान के खराब होने का कारण बताकर धान खरीदी के घोटाले पर पर्दा डाला जा सके।