ग्रामोद्योग मंत्री श्री मोहले ने किया माटी शिल्प एम्पोरियम का शुभारंभ..

डेढ़ सौ माटी शिल्पियों को मिला निःशुल्क विद्युत चाक

रायपुर, 03 मार्च 2014

ग्रामोद्योग मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले ने कहा कि प्रदेश के कुम्हारों और माटी शिल्पकारों को अब कम मेहनत में अधिक लाभ मिलेगा।माटी शिल्पियों को उनके द्वारा तैयार वस्तुओं का बाजार में सही दाम मिलेगा और वे घर बैठे लाभ कमाएंगे। श्री मोहले ने यह बात आज यहां रायपुर के आमापारा स्थित शबरी एम्पोरियम के परिसर में माटी शिल्प एम्पोरियम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री मोहले ने प्रतीक स्वरूप पांच माटी शिल्पियो-सर्वश्री जीवन, सुकालु, परदेशी, चैतराम एवं गोवर्धन को निःशुल्क विद्युत चाक वितरित किया। समारोह में कुल 150 हितग्राहियों को विद्युत चाक दिया गया।

श्री मोहले ने कहा कि राज्य शासन द्वारा प्रदेश में कुम्हारों और माटी शिल्पियों को तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार का अवसर उपलब्ध कराया जा रहा है। माटी शिल्पियों का तकनीकी विकास, आर्थिक सहायता एवं विपणन व्यवस्था के लिए छत्तीसगढ़ माटी कला बोर्ड का गठन किया गया है। माटी शिल्पियों को 90 दिन का तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाता है। इस दौरान उन्हें डेढ़ हजार रूपए मासिक मानदेय भी दिया जाता है। श्री मोहले ने कहा कि कुम्हार टेराकोटा योजना के तहत माटी शिल्पियों को उन्नत तकनीकी के विद्युत चाक निःशुल्क दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाजार में एक विद्युत चाक का कीमत ग्यारह हजार रूपए है। श्री मोहले ने माटी शिल्पियों को उनके द्वारा तैयार वस्तुओं-मिट्टी के बर्तन, घड़ा, सुराही, कप-प्लेट, दीया, गुलदस्ता, पेन स्टेंड, गमला, कलात्मक सजावटी सामान, देवी-देवता, पशु-पक्षी एवं मनुष्यों के मूर्तियों का सही दाम दिलाने के लिए अधिक से अधिक एम्पोरियम और दुकानों की स्थापना पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2013-14 में राजनंादगांव में शोरूम और रायपुर में एम्मोरियम की स्थापना की गयी है और इसी वर्ष रायपुर और कोण्डागांव में चिकनाई यूनिट भी संचालित किया जाएगा। श्री मोहले ने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में परम्परागत माटी शिल्पी अपने व्यवसाय से जुड़े हैं, उन्हें एक निश्चित जगह पर खनन के लिए राजस्व विभाग द्वारा निःशुल्क जमीन भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013-14 में अब तक लगभग ग्यारह हजार माटी शिल्पियों का पंजीयन किया जा चुका है। आगामी वित्तीय वर्ष 2014-15 में पन्द्रह हजार माटी शिल्पियों को पंजीयन का लक्ष्य रखा गया है।  एम्पोरियम के शुभारंभ अवसर पर वार्ड पार्षद श्रीमती पुष्पा धर्मेन्द्र तिवारी और माटी कला बोर्ड के पूर्व सदस्य श्री दुलीचंद प्रजापति ने भी अपने विचार व्यक्त किए। माटी कला बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री एन.के.खाखा ने बोर्ड की गतिविधियों की जानकारी दी।