जिला चिकित्सालय में पहली बार हुआ बिनाइन ट्यूमर बीमारी का सफल ऑपरेशन, 7 वर्षों से पीड़ित मोहित को बीमारी से मिली राहत

कोरिया। स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में जिला सफलता के नित नए आयाम गढ़ रहा है। इसी क्रम में जिला चिकित्सालय में बिनाइन ट्यूमर (लीपोमा) नामक बीमारी के सफल ऑपरेशन से स्वास्थ्य क्षेत्र में जिले ने नवीन उपलब्धि प्राप्त की है। कोरिया जिले के सीमावर्ती जिले सूरजपुर के रामानुजनगर के केशवपुर निवासी 50 वर्षीय मोहित दास को जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में 7 वर्ष की इस बीमारी से निजात मिली है। मोहित दास बताते हैं कि उनके गले में लगभग 150 ग्राम का ट्यूमर था। कई अस्पतालों में उन्होंने इलाज कराने का प्रयास किया। सभी अस्पतालों में उन्हें मुंबई या अन्य बड़े शहर में इलाज की सलाह दी गई। इस बीच उन्हें गांव की मितानिन ने जिला चिकित्सालय में कान, नाक, गला विशेषज्ञ के बारे में बताया। उन्होंने बिना देर किए तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श कर इलाज करवाया और आज पूरी तरह स्वस्थ हैं।

सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि सर्वप्रथम मरीज की सोनोग्राफी एवं गले की जांच करायी गई, इसके बाद 8 अप्रैल को ऑपरेशन हेतु भर्ती किया गया। जिला चिकित्सालय के कान, नाक, गला विशेषज्ञ डॉ योगेंद्र चौहान के नेतृत्व में चिकित्सक टीम के द्वारा लगभग 01:30 घण्टे में मरीज के गले में टयूमर को सफलता पूर्वक ऑपेरशन कर निकाला गया। 10 दिवस के पश्चात्  18 अप्रैल को टांके निकालकर मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। चिकित्सकीय लाभ प्राप्त कर मोहित दास अब पूरी तरह स्वस्थ होकर सामान्य जीवन यापन कर रहे हैं।

सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि वर्ष 2021-22 में
जिला चिकित्सालय में कुल 1 हजार 12 ऑपरेशन किए गए है। जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर की ओ.टी की टीम के द्वारा पूर्व में भी सीजेरियरन डिलेवरी, नाक, कान, गला रोग, अस्थि रोग, जनरल सर्जरी से संबंधित इस प्रकार के कई बड़े एवं छोटे ऑपरेशन किया जा चुका है। जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में नाक, कान एवं गला रोग से संबंधित बडे ऑपरेशन एवं कान की इण्डोस्कोपिक सर्जरी की जा रही है इसी प्रकार अस्थि सर्जरी में भी एडवांस तकनीक की सी-आर्म मशीन का उपयोग किया जा रहा है जिसके लिए मरीजों को पहले बड़े अस्पतालों अथवा मेडिकल कॉलेजों की ओर रूख करना पड़ता था।