नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से लाँखो रूपये की धोखाधड़ी, 2019 से फ़रार मुख्य आरोपी गिरफ्तार

कोरिया। जिले में वर्ष 2021 के पूर्व के अत्यधिक मामले में फरार आरोपियों की पतासाजी व उनकी गिरफ्तारी करने के लिए कोरिया पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा सख्त निर्देश जिले के समस्त थाना/चौकी प्रभारियों को लगातार दिए जा रहे है। जिसके परिपेक्ष्य में कोरिया जिले के विभिन्न थानों में वर्षों से फरार अपराधियों को दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश से पकड़कर गिरफ्तार कर उन्हें उनकी जगह जेल पहुंचाया जा रहा है।

इसी तारतम्य में थाना झगराखाड़ के रेलवे में टिकट कलेक्टर (टी.सी.) एवं सुपरवाइजर ग्रुप डी के पद पर रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरोपियों के द्वारा खोंगापानी थाना झगराखण्ड क्षेत्र के बेरोजगार नवयुवकों एवं युवतियों को आरोपी अभिनीत यादव निवासी कुंडा प्रतापपुर (उत्तर प्रदेश) एवं थाना झगराखण्ड के मोहम्मद बारिक एवं प्रकरण का फरार आरोपी अब्दुल रहमान ने धोखाधड़ी किया।

जिसमें प्रार्थी सिराजुद्दीन अंसारी निवासी खोंगापानी से ₹10,00,000 रुपऐ, रश्मिता महापात्रा से ₹ 7,30,000/ निकहत परवीन से ₹10,00,000/ रुपऐ एवं श्रीमती चंदा निषाद से ₹9,00,000 रुपऐ हड़प कर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देने से संबंधित प्रकरण अपराध क्रमांक- 16/2019 धारा 420, 467, 468, 34 भादवि का प्रकरण वर्ष 2019 से विवेचना में लंबित रहा है। इस प्रकरण में दो आरोपी अभिनीत यादव निवासी कुंडा प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) एवं मोहम्मद बारीक निवासी झगराखाड़ वर्ष 2019 में गिरफ्तार होकर जेल भेजे गए थे एवं मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान पिता जमा खान उम्र 26 वर्ष निवासी झगराखाड़ जिला कोरिया का जिसने स्थानीय बेरोजगार युवक-युवतियों को रेलवे में नौकरी कराने का झांसा देकर अपने साथियों के साथ मिलकर मदनेद्रगढ़ स्थित अपने एक्सिस बैंक एवं केनरा बैंक के खातों में पैसे ट्रांजैक्शन करा कर फर्जी रेल्वे के असिस्टेंट जनरल मैनेजर उत्तर नई दिल्ली के हस्ताक्षर से टिकट कलेक्टर टी.सी. एवं सुपरवाइजर ग्रुप डी के नियुक्ति आदेश देकर छल धोखाधड़ी करने के बाद से फरार रहा है, फरार अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक कोरिया के द्वारा एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई जिसमे सहायक उप निरीक्षक बलराम चौधरी, आरक्षक ललित यादव, नीरज पडियार एवं साइबर सेल बैकुंठपुर से पुष्कल सिन्हा रहे।

साइबर सेल से फरार आरोपी की प्राप्त मोबाइल नंबर के लोकेशन के आधार पर रत्नागिरी (महाराष्ट्र) तलाश पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु टीम को भेजा गया, यह पुलिस टीम महाराष्ट्र रत्नागिरी जाकर फरार आरोपी को रत्नागिरी से गिरफ्तार कर थाना झागराखांड़ लाया गया, पकड़े गए फरार आरोपी से प्रकरण के घटनाक्रम के बारे में एसडीओपी राकेश कुर्रे एवं थाना प्रभारी प्रद्युमन तिवारी के द्वारा गहन पूछताछ की गई जिस पर आरोपी के द्वारा अपने साथी अभिनीता यादव, अपने पारिवारिक रिश्तेदार मोहम्मद बारीक के साथ मिलकर इन पैसों को सभी के द्वारा आपस में बंटवारा कर लेना बतलाकर धोखाधड़ी जुर्म करना स्वीकार किया गया, जिसे न्यायालय पेश किया गया, न्यायालय के द्वारा जेल वारंट जारी करने पर उप जेल मनेंद्रगढ़ में दाखिल कराया गया।